घाटशिला उपचुनाव में हेमंत सोरेन को मिला बड़ा समर्थन, बीजेपी के 5 नेता हुए पार्टी छोड़कर शामिल
घाटशिला उपचुनाव में राजनीतिक हलचल
झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन
झारखंड के घाटशिला में 1 नवंबर को होने वाले उपचुनाव से पहले एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम सामने आया है। बीजेपी के पूर्वी सिंहभूम क्षेत्र के पांच नेताओं ने झारखंड मुक्ति मोर्चा में शामिल होने का निर्णय लिया है। बीजेपी ने इन नेताओं को पार्टी विरोधी गतिविधियों में संलिप्त होने के कारण निष्कासित कर दिया है। इन नेताओं का आचरण घाटशिला उपचुनाव में पार्टी के उम्मीदवार के खिलाफ पाया गया था।
निष्कासित नेताओं में पूर्वी सिंहभूम जिला के पूर्व जिलाध्यक्ष सौरभ चक्रवर्ती, जिला परिषद उपाध्यक्ष पंकज सिन्हा, पूर्व मंडल अध्यक्ष तुषारकांत, सक्रिय कार्यकर्ता सुरेश महली और घाटशिला मंडल अध्यक्ष कौशिक कुमार शामिल हैं। इन सभी को पार्टी से तत्काल प्रभाव से निष्कासित किया गया है।
बीजेपी को नहीं थी जानकारी
गुरुवार को ये पांचों नेता मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के आवास पर जाकर झारखंड मुक्ति मोर्चा की सदस्यता ग्रहण की। बीजेपी को इस बात की कोई जानकारी नहीं थी कि उसके नेता पार्टी छोड़ चुके हैं। मुख्यमंत्री और झामुमो के नेताओं ने सोशल मीडिया पर इस घटनाक्रम की पुष्टि की। इसके बाद बीजेपी ने तुरंत कार्रवाई करते हुए इन नेताओं को निष्कासित करने का प्रेस नोट जारी किया।
घाटशिला उपचुनाव पर क्या प्रभाव पड़ेगा?
इन नेताओं का पूर्वी सिंहभूम क्षेत्र में काफी प्रभाव है। इनमें से पंकज सिन्हा और सौरभ चक्रवर्ती जैसे नेता घाटशिला में बीजेपी के उम्मीदवार की जीत सुनिश्चित करने के लिए रणनीति बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते थे। आदिवासी और पिछड़ा वर्ग के वोटर्स इस क्षेत्र में निर्णायक हैं, ऐसे में इन नेताओं का झामुमो में शामिल होना बीजेपी के वोट बैंक को प्रभावित कर सकता है।
राजनीतिक जानकारों का मानना है कि बीजेपी में प्रत्याशी चयन को लेकर भी असंतोष था। इस कारण ये नेता धीरे-धीरे झामुमो के संपर्क में आ गए थे। बीजेपी के नेता इन नेताओं को पार्टी विरोधी गतिविधियों में संलिप्त बता रहे हैं, लेकिन अंदरखाने यह चर्चा है कि कार्यकर्ताओं की राय नहीं ली गई थी, जिसका चुनाव पर बड़ा असर पड़ेगा।
जो नेता बीजेपी छोड़कर झामुमो में शामिल हुए हैं, उनकी स्थानीय स्तर पर मजबूत पकड़ है। यह कहा जा सकता है कि झामुमो और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बीजेपी के अंदर घुसकर इन नेताओं को तोड़कर एक बड़ा कदम उठाया है।
घाटशिला उपचुनाव झारखंड मुक्ति मोर्चा और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के लिए प्रतिष्ठा की सीट बन गई है। बीजेपी ने पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन के बेटे बाबूलाल सोरेन को उम्मीदवार बनाया है, जबकि झामुमो से दिवंगत शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन के बेटे सोमेश चंद्र सोरेन चुनावी मैदान में हैं।