ग्वालियर किले पर सिंधिया स्कूल के 128वें संस्थापक दिवस का आयोजन
ग्वालियर किले पर आयोजित सिंधिया स्कूल के 128वें संस्थापक दिवस समारोह में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ऑपरेशन सिंदूर की सफलता और नेतृत्व के नए सिद्धांतों पर विचार साझा किए। CDS जनरल अनिल चौहान की उपस्थिति में, उन्होंने छात्रों को सेवा और नेतृत्व के महत्व पर जोर दिया। इस अवसर पर विदेश सचिव विक्रम मिसरी को माधव पुरस्कार 2025 से सम्मानित किया गया। जानें इस ऐतिहासिक समारोह की प्रमुख बातें।
Oct 14, 2025, 18:01 IST
ग्वालियर में ऐतिहासिक समारोह
ग्वालियर। केंद्रीय संचार एवं पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ऐतिहासिक ग्वालियर किले में सिंधिया स्कूल के 128वें संस्थापक दिवस का उद्घाटन किया।
CDS जनरल अनिल चौहान की उपस्थिति
इस समारोह में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल अनिल चौहान की गरिमामयी उपस्थिति ने इसे देश के रक्षा सिद्धांतों, आधुनिक युद्ध रणनीतियों और 21वीं सदी के सैनिक मूल्यों पर गंभीर विचार-विमर्श का केंद्र बना दिया।
ऑपरेशन सिंदूर की सफलता
ऑपरेशन सिंदूर ने दिखाई भविष्य के युद्ध की रणनीतिः सिंधिया
सिंधिया ने 'ऑपरेशन सिंदूर' की सफलता पर चर्चा करते हुए कहा कि इस ऑपरेशन ने भारतीय सैन्य बलों में एक महत्वपूर्ण बदलाव लाया है, जो शक्ति के नए सिद्धांतों को प्रदर्शित करता है। उन्होंने बताया कि यह केवल एक सैन्य अभियान नहीं था, बल्कि यह एक संदेश था कि हमारे सैनिक साहस और संप्रभुता की रक्षा करते हैं।
आधुनिक तकनीक का उपयोग
उन्होंने बताया कि इस ऑपरेशन में अंतरिक्ष-आधारित संपत्तियों और उन्नत ड्रोन का उपयोग किया गया, जिससे कई आतंकवादी ठिकानों को बिना किसी नागरिक हानि के नष्ट किया गया।
सिंदूर का सांस्कृतिक महत्व
सिंधिया ने 'सिंदूर' नाम के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह भारतीय संस्कृति का प्रतीक है। उन्होंने इसे आधुनिक युद्ध के विज्ञान के रूप में वर्णित किया।
RRR: नेतृत्व का नया सिद्धांत
RRR: नेतृत्व के लिए नया राष्ट्रीय सिद्धांत
सिंधिया ने ऑपरेशन सिंदूर से मिली सीख को RRR मंत्र से जोड़ा, जिसमें रेडी (तैयार), रिलेवेंट (प्रासंगिक), और रिसर्जेंट (पुनरुत्थानशील) शामिल हैं। उन्होंने कहा कि यह मानसिकता केवल सैन्य तैयारियों के लिए नहीं, बल्कि सभी क्षेत्रों में नेतृत्व के लिए आवश्यक है।
विद्यार्थियों के लिए प्रेरणादायक संदेश
आज के दौर में 'सिंधियन' होने का अर्थ
सिंधिया ने छात्रों को नेतृत्व की परिभाषा सेवा के रूप में करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि भाईचारा, टीमवर्क और बलिदान केवल सैन्य बलों तक सीमित नहीं हैं, बल्कि ये नेतृत्व के सार्वभौमिक सिद्धांत हैं।
विदेश सचिव को सम्मान
विदेश सचिव विक्रम मिसरी को माधव पुरस्कार 2025
इस अवसर पर, विदेश सचिव विक्रम मिसरी को प्रतिष्ठित माधव पुरस्कार 2025 से सम्मानित किया गया। सिंधिया ने उनके कूटनीतिक नेतृत्व की सराहना की।
भविष्य की जिम्मेदारी
भारत की सेवा ही है हर सिंधियन का कर्तव्यः सिंधिया
अपने संबोधन के अंत में, सिंधिया ने छात्रों को याद दिलाया कि भविष्य की जिम्मेदारी उनके कंधों पर होगी। उन्होंने CDS जनरल चौहान के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यदि युवा भारतीय सेना के अनुशासन को अपनाएं, तो वे एक शक्तिशाली राष्ट्र का निर्माण कर सकते हैं।