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ग्लूकोमीटर का सही उपयोग: 5 सामान्य गलतियाँ और उनके समाधान

डायबिटीज के मरीजों के लिए घर पर ब्लड शुगर चेक करना अब आसान हो गया है, लेकिन गलत रीडिंग से स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता है। इस लेख में, हम 5 सामान्य गलतियों का जिक्र कर रहे हैं जो लोग ग्लूकोमीटर का उपयोग करते समय करते हैं। जानें कि कैसे सही तरीके से ग्लूकोमीटर का उपयोग करके आप अपनी शुगर रीडिंग को सटीक बना सकते हैं और अपनी सेहत को बेहतर तरीके से प्रबंधित कर सकते हैं।
 

ग्लूकोमीटर का महत्व और सामान्य गलतियाँ


आजकल, डायबिटीज के रोगियों के लिए अपने ब्लड शुगर का स्तर घर पर चेक करना एक सामान्य प्रक्रिया बन गई है। ग्लूकोमीटर ने इस कार्य को काफी सरल बना दिया है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि यदि इसका सही तरीके से उपयोग नहीं किया जाए तो रीडिंग गलत हो सकती है? गलत रीडिंग के परिणामस्वरूप दवा की मात्रा या आहार में बदलाव गलत हो सकता है, जो आपकी सेहत पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है।


डायबिटीज के मरीज अक्सर कुछ सामान्य गलतियाँ करते हैं, जिससे उन्हें अपनी शुगर का सही स्तर नहीं पता चलता। आइए जानते हैं वे कौन सी 5 गलतियाँ हैं जिन्हें लोग अक्सर ग्लूकोमीटर का उपयोग करते समय करते हैं:


1. हाथों को ठीक से साफ न करना:
* गलती: यह सबसे बड़ी गलती है! खून निकालने से पहले हाथों को ठीक से साफ न करना या अल्कोहल स्वाइप को सूखने से पहले ही टेस्ट करना। हाथों पर मौजूद खाना, चीनी या गंदगी रीडिंग को प्रभावित कर सकती है।
* सही तरीका: खून निकालने से पहले अपने हाथों को साबुन और पानी से अच्छे से धोएं। यदि आप अल्कोहल स्वाइप का उपयोग कर रहे हैं, तो उसे पूरी तरह सूखने दें।


2. एक्सपायर्ड स्ट्रिप्स का उपयोग करना:
* गलती: लोग अक्सर ग्लूकोमीटर स्ट्रिप्स की एक्सपायरी डेट नहीं चेक करते। एक्सपायर्ड स्ट्रिप्स गलत और अविश्वसनीय रीडिंग देती हैं।
* सही तरीका: हमेशा नई और एक्सपायर न हुई स्ट्रिप्स का उपयोग करें। खरीदने से पहले एक्सपायरी डेट ज़रूर चेक करें।


3. बहुत कम खून का नमूना:
* गलती: कभी-कभी लोग खून का पर्याप्त नमूना नहीं ले पाते, या सोचते हैं कि थोड़े खून से भी काम चल जाएगा। कम खून होने पर मशीन ठीक से पढ़ नहीं पाती।
* सही तरीका: उंगली में प्रिक करने से पहले हल्का सा दबाएं ताकि खून की एक अच्छी बूंद निकल सके। यह बूंद स्ट्रिप के पूरे सेंसिंग एरिया को कवर करे।


4. मशीन को साफ न करना या गलत तरीके से स्टोर करना:
* गलती: ग्लूकोमीटर को धूल-मिट्टी और गंदगी से बचाकर न रखना। कभी-कभी लोग इसे बहुत गर्म या ठंडी जगह पर रख देते हैं।
* सही तरीका: ग्लूकोमीटर को साफ, सूखी और सामान्य तापमान वाली जगह पर रखें। इसे नमी और धूल से बचाएं। इस्तेमाल के बाद साफ कपड़े से पोंछ लें।


5. पहली बूंद का उपयोग करना:
* गलती: प्रिक करने के बाद खून की पहली बूंद को सीधे स्ट्रिप पर लगा देना। पहली बूंद में टिश्यू फ्लूइड्स हो सकते हैं जो रीडिंग को बदल सकते हैं।
* सही तरीका: प्रिक करने के बाद खून की पहली बूंद को पोंछ दें। फिर जो दूसरी बूंद निकले, उसे टेस्ट स्ट्रिप पर लगाएं।


सही रीडिंग का महत्व:
यदि आपकी ग्लूकोमीटर की रीडिंग गलत आती है, तो आप अपनी दवा का डोज गलत कर सकते हैं या अपने आहार में ऐसे बदलाव कर सकते हैं जो आपकी सेहत के लिए हानिकारक हो सकते हैं। सही रीडिंग ही सही उपचार और बेहतर स्वास्थ्य की कुंजी है। इन गलतियों को सुधारकर आप अपनी डायबिटीज को बेहतर तरीके से प्रबंधित कर सकते हैं।