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गोवा के मुख्यमंत्री ने योग को दैनिक जीवन में शामिल करने का किया आग्रह

गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने स्कूल शिक्षकों से आग्रह किया है कि वे छात्रों के साथ प्रतिदिन 15 मिनट योग का अभ्यास करें। उन्होंने योग को विकसित भारत 2047 मिशन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बताया और इसके माध्यम से शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बनाए रखने की आवश्यकता पर जोर दिया। सावंत ने कहा कि योग को दैनिक जीवन का हिस्सा बनाना चाहिए, जिससे न केवल खुशी बढ़ेगी बल्कि स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से भी बचा जा सकेगा।
 

योग का महत्व और मुख्यमंत्री का संदेश

गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने शनिवार को स्कूल के शिक्षकों से अनुरोध किया कि वे छात्रों के साथ प्रतिदिन 15 मिनट योग का अभ्यास करें ताकि वे शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रह सकें।


यह बात उन्होंने बम्बोलिम में डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी स्टेडियम में आयोजित 11वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस समारोह के दौरान कही।


सावंत ने बताया कि योग प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा परिकल्पित विकसित भारत 2047 मिशन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। उन्होंने कहा कि शिक्षकों को विभिन्न संगठनों द्वारा योग के अभ्यास के लिए प्रशिक्षण दिया जाता है।


योग के लाभ और नियमित अभ्यास की आवश्यकता

मुख्यमंत्री ने शिक्षकों से आग्रह किया कि वे अपने विद्यार्थियों के साथ स्कूलों में प्रतिदिन कम से कम 15 मिनट योग का अभ्यास करें।


उनका कहना था कि नियमित योग अभ्यास छात्रों को ध्यान केंद्रित करने और मानसिक तथा शारीरिक स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद करेगा।


सावंत ने कहा कि 'फिट इंडिया' विकसित भारत 2047 मिशन का एक हिस्सा है, और हम चाहते हैं कि हर युवा शारीरिक रूप से स्वस्थ रहे।


योग दिवस का वैश्विक महत्व

उन्होंने यह भी बताया कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में योग दिवस 180 देशों में मनाया जा रहा है।


सावंत ने कहा, 'योग भारत का विश्व को दिया गया एक अनमोल उपहार है।' उन्होंने गर्व से कहा कि योग के माध्यम से हम विश्व को एक साथ लाने में सफल हुए हैं।


योग को जीवन का हिस्सा बनाना

मुख्यमंत्री ने कहा कि योगाभ्यास को रोजमर्रा की जिंदगी का हिस्सा बनाना चाहिए। एक नियमित योगाभ्यास से खुशी और तंदुरुस्ती में वृद्धि होती है।


उन्होंने यह भी बताया कि आजकल हर घर में रक्तचाप, मधुमेह और कैंसर जैसी बीमारियों का बढ़ना एक गंभीर समस्या है।


सावंत ने कहा कि हर घर में कम से कम एक व्यक्ति मधुमेह या रक्तचाप से पीड़ित है, और इससे बचने के लिए योग का अभ्यास आवश्यक है।