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गोरखपुर में छात्रा की फीस माफी की मांग पर राजनीतिक विवाद

गोरखपुर की कक्षा 7 की छात्रा पंखुड़ी त्रिपाठी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से फीस माफी की अपील की, लेकिन स्कूल ने इसे अस्वीकार कर दिया। इस घटना ने राज्य में राजनीतिक विवाद को जन्म दिया है। पंखुड़ी के पिता की नौकरी एक दुर्घटना के कारण चली गई, जिससे परिवार आर्थिक संकट में है। इस मुद्दे पर समाजवादी पार्टी ने भाजपा पर निशाना साधा है। क्या पंखुड़ी का सपना पूरा होगा? जानें पूरी कहानी में।
 

मुख्यमंत्री से मदद की अपील

उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में कक्षा 7 की एक छात्रा, पंखुड़ी त्रिपाठी, ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अपनी शिक्षा के लिए वित्तीय सहायता की गुहार लगाई। उन्हें फीस माफ़ करने का आश्वासन मिला, लेकिन स्कूल ने इसे लागू करने से इनकार कर दिया, जिससे राज्य में राजनीतिक हलचल मच गई। पंखुड़ी के परिवार को आर्थिक संकट का सामना करना पड़ा, क्योंकि उसके पिता, राजीव कुमार त्रिपाठी, एक दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल होने के बाद अपनी नौकरी खो चुके थे। परिवार ने 1 जुलाई को जनता दरबार में सीएम से मदद मांगी और उन्हें आश्वासन मिला कि उनकी शिक्षा में कोई बाधा नहीं आएगी।


स्कूल प्रशासन का रवैया

पंखुड़ी ने सीएम से फीस माफ करने का अनुरोध किया था, क्योंकि उनका परिवार आर्थिक तंगी में था। मुख्यमंत्री ने कहा था, "या तो आपकी फीस माफ कर दी जाएगी, या हम राशि का इंतजाम करेंगे।" लेकिन कुछ दिनों बाद, स्कूल प्रशासन ने उसे वापस भेज दिया। रिपोर्ट के अनुसार, यह स्कूल, जो आरएसएस की शिक्षा शाखा विद्या भारती द्वारा संचालित है, कक्षा 7 के लिए प्रति माह 1,650 रुपये की फीस लेता है और पंखुड़ी पर लगभग 18,000 रुपये बकाया हैं।


छात्रा का अनुभव

पंखुड़ी ने बताया कि जब वह अपने पिता के साथ स्कूल गई, तो उन्हें दुर्व्यवहार का सामना करना पड़ा। स्कूल ने कहा कि फीस माफ नहीं की जा सकती और अगर अन्य अभिभावक भी ऐसा करेंगे, तो स्कूल नहीं चल पाएगा। पंखुड़ी ने कहा, "मेरे पिता टूट गए। किसी ने उनसे कभी इस तरह बात नहीं की थी। लेकिन मुझे भरोसा है कि मुख्यमंत्री मेरे सपने को टूटने नहीं देंगे। मैं कड़ी मेहनत करूंगी और आईएएस अधिकारी बनूंगी।"


पिता की स्थिति

राजीव कुमार त्रिपाठी ने बताया कि पैर में चोट लगने और नौकरी छूटने के बाद उनकी आर्थिक स्थिति खराब हो गई। उन्होंने कहा, "मैंने अपनी नौकरी खो दी।" सीमित आय के कारण, परिवार अपने बेटे की शिक्षा को प्राथमिकता दे रहा था, जो वर्तमान में कक्षा 12 में है। पंखुड़ी फरवरी से स्कूल नहीं जा सकी क्योंकि वे उसकी फीस नहीं भर पाए।


राजनीतिक प्रतिक्रिया

समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने पंखुड़ी की स्थिति को लेकर सत्तारूढ़ भाजपा पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि पार्टी को बच्चों से झूठ नहीं बोलना चाहिए। यादव ने सोशल मीडिया पर लिखा, "हम वादा करते हैं कि उनकी शिक्षा नहीं रुकेगी।" पंखुड़ी के पिता ने भी अखिलेश यादव की बातों का समर्थन किया, लेकिन उन्हें विश्वास है कि योगी आदित्यनाथ उनकी बेटी की शिक्षा सुनिश्चित करेंगे।


गोरखपुर का राजनीतिक महत्व

गोरखपुर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का गढ़ है। उन्होंने इस क्षेत्र से पांच बार सांसद चुने जाने का गौरव प्राप्त किया है। आदित्यनाथ गोरखनाथ मठ के मुख्य पुजारी भी हैं, जो इस क्षेत्र के प्रमुख धार्मिक स्थलों में से एक है।