गुरुग्राम में बांग्लादेशी नागरिकों की गिरफ्तारी पर विवाद
गुरुग्राम पुलिस ने शनिवार को अवैध रूप से रह रहे दस बांग्लादेशी नागरिकों को हिरासत में लिया, जिसके बाद एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने इस कार्रवाई की निंदा की। ओवैसी ने आरोप लगाया कि पुलिस प्रशासन इन नागरिकों को अवैध करार देकर निशाना बना रहा है। उन्होंने कहा कि ये लोग गरीब हैं और पुलिस अत्याचारों का विरोध नहीं कर सकते। इस घटना ने देशभर में चिंता पैदा कर दी है, खासकर जब से भारतीय नागरिकों को बांग्लादेश में धकेलने की खबरें सामने आई हैं।
Jul 26, 2025, 16:59 IST
गुरुग्राम पुलिस की कार्रवाई
गुरुग्राम पुलिस ने शनिवार को शहर में अवैध रूप से रह रहे दस बांग्लादेशी नागरिकों को हिरासत में लिया। उनके पास से मिले दस्तावेजों से उनकी बांग्लादेशी पहचान की पुष्टि हुई। पुलिस के जनसंपर्क अधिकारी संदीप कुमार ने जानकारी दी कि, "दस अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों को हिरासत में लिया गया है। उनके पास से बांग्लादेशी दस्तावेज बरामद किए गए हैं। उन्हें निर्वासित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।"
ओवैसी का बयान
इस बीच, ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के नेता असदुद्दीन ओवैसी ने देशभर में बंगाली भाषी मुस्लिम नागरिकों की गिरफ्तारी की निंदा की। उन्होंने कहा कि पुलिस प्रशासन उन्हें अवैध करार देकर निशाना बना रहा है। ओवैसी ने आरोप लगाया कि ये लोग "सबसे गरीब" हैं, जो झुग्गी-झोपड़ियों में रहते हैं और घरेलू काम करते हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें बार-बार इसलिए निशाना बनाया जाता है क्योंकि वे पुलिस अत्याचारों का विरोध नहीं कर सकते।
पुलिस की कार्रवाई पर चिंता
ओवैसी ने यह भी कहा कि भारतीय नागरिकों को बंदूक की नोक पर बांग्लादेश में धकेलने की खबरें सामने आई हैं। उन्होंने एक्स पर लिखा, "भारत के विभिन्न हिस्सों में पुलिस बंगाली भाषी मुस्लिम नागरिकों को अवैध रूप से हिरासत में ले रही है और उन पर बांग्लादेशी होने का आरोप लगा रही है। यह सरकार कमजोरों के खिलाफ सख्ती से पेश आती है।"