गुजरात में सुशासन दिवस पर मुख्यमंत्री की नई पहलें
गुजरात में सुशासन दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने बच्चों के पोषण और शिक्षा के लिए नई पहलों की घोषणा की है। मुख्यमंत्री पौष्टिक अल्पहार योजना के तहत, 4 लाख से अधिक छात्र लाभान्वित हो रहे हैं। इस योजना का उद्देश्य सरकारी स्कूलों में छात्रों को पौष्टिक नाश्ता और मध्याह्न भोजन प्रदान करना है। जानें इस पहल के पीछे का उद्देश्य और इसके प्रभाव के बारे में।
Dec 23, 2025, 19:58 IST
सुशासन दिवस का महत्व
भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती, 25 दिसंबर को, देशभर में सुशासन के सिद्धांतों को बढ़ावा देने के लिए "सुशासन दिवस" के रूप में मनाया जाता है। इसी प्रेरणा से, मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व में गुजरात सरकार ने नागरिकों के समग्र कल्याण के लिए कई नई पहलों की शुरुआत की है। इनमें से एक महत्वपूर्ण पहल है मुख्यमंत्री पौष्टिक अल्पहार योजना, जो बच्चों को पर्याप्त पोषण प्रदान कर उनकी शिक्षा को सशक्त बनाती है। वर्तमान में, इस योजना का लाभ गुजरात के 4 लाख से अधिक छात्र उठा रहे हैं।
पोषण और शिक्षा का संबंध
मुख्यमंत्री ने एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा कि बच्चों की शिक्षा के साथ-साथ पोषण का महत्व अत्यधिक है। सरकारी स्कूलों में दोपहर के भोजन के साथ-साथ यह योजना ताजा और पौष्टिक नाश्ता भी उपलब्ध कराती है। इसके परिणामस्वरूप, सरकारी स्कूलों में छात्रों की रुचि में वृद्धि हुई है और उनके पोषण स्तर में भी सुधार देखने को मिला है। राज्य सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है कि सरकारी स्कूलों में आवश्यक सुविधाएं जैसे आधुनिक कक्षाएं, पीने का पानी, बिजली, शौचालय, स्वच्छता और परिवहन उपलब्ध हों।
मुख्यमंत्री की कल्याणकारी योजनाएं
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने अपने तीन साल के कार्यकाल में राज्य में समग्र विकास और सुशासन को मजबूत करने के लिए कई कल्याणकारी योजनाएं लागू की हैं। उल्लेखनीय है कि उन्होंने 11 दिसंबर 2024 को इस योजना का शुभारंभ किया था। प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, सुपोषित गुजरात मिशन के तहत शुरू की गई इस योजना का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि सरकारी और अनुदान प्राप्त प्राथमिक विद्यालयों के छात्रों को पीएम पोषण योजना के तहत दिए जाने वाले मध्याह्न भोजन के साथ पौष्टिक नाश्ता भी मिले।