गुजरात में साइबर अपराध के मामले में चार लोगों की गिरफ्तारी
साइबर धोखाधड़ी के आरोप में गिरफ्तारी
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गुजरात में साइबर अपराध से जुड़े धनशोधन के मामलों में चार व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है। यह जानकारी ईडी ने शुक्रवार को एक बयान में साझा की।
इन साइबर अपराधों के तहत लोगों से कथित तौर पर 100 करोड़ रुपये से अधिक की ठगी की गई है। ईडी के सूरत उप-क्षेत्रीय कार्यालय ने धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत मकबूल अब्दुल रहमान, काशिफ मकबूल, महेश मफतलाल देसाई और ओम राजेंद्र पांड्या को हिरासत में लिया।
आरोप है कि मकबूल डॉक्टर, उनके बेटे काशिफ और बासम मकबूल के साथ-साथ देसाई, पांड्या और अन्य ने विभिन्न साइबर धोखाधड़ी के माध्यम से लोगों के साथ ठगी की।
ईडी के बयान में कहा गया है कि आरोपियों ने 'अपराध से अर्जित आय' को इकट्ठा करने के लिए अपने कर्मचारियों और सहयोगियों के नाम पर बैंक खाते खोले। इस आय का अनुमान 100 करोड़ रुपये से अधिक है।
ईडी ने यह भी बताया कि इन बैंक खातों के संचालन के लिए आरोपियों ने पूर्व-सक्रिय सिम कार्ड प्राप्त किए और बाद में राशि को क्रिप्टोकरेंसी में परिवर्तित कर उसका 'शोधन' किया। इसके बाद, उन्होंने नकद हवाला ऑपरेटरों के माध्यम से राशि को भेजा ताकि नियामक जांच से बचा जा सके। यह धन शोधन का मामला सूरत पुलिस के विशेष अभियान समूह (एसओजी) द्वारा अक्टूबर 2024 में दर्ज की गई प्राथमिकी पर आधारित है।