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गुजरात में SWAGAT कार्यक्रम: नागरिकों की शिकायतों का समाधान तकनीक से

गुजरात में SWAGAT कार्यक्रम, जो 2003 में शुरू हुआ, नागरिकों को सीधे सरकार से जुड़ने का अवसर प्रदान करता है। इस पहल का उद्देश्य शिकायतों का त्वरित और प्रभावी समाधान करना है। वर्तमान में, मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व में, SWAGAT 2.0 प्रणाली का कार्यान्वयन किया जा रहा है, जो तकनीक के माध्यम से नागरिकों की समस्याओं को हल करने में मदद करेगा। जानें इस कार्यक्रम की सफलता और भविष्य की योजनाओं के बारे में।
 

SWAGAT कार्यक्रम का परिचय

24 अप्रैल, 2003 को तत्कालीन गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने नागरिकों और सरकार के बीच की दूरी को कम करने के लिए SWAGAT (State Wide Attention on Grievances by Application of Technology) कार्यक्रम की शुरुआत की। इसका मुख्य उद्देश्य था कि नागरिक बिना किसी डर, देरी या प्रक्रियात्मक बाधाओं के सीधे सरकार के उच्च अधिकारियों तक अपनी शिकायतें पहुंचा सकें। यह ऑनलाइन कार्यक्रम अब जिलों, तालुकों और गांवों तक फैल चुका है।


कार्यक्रम का वर्तमान प्रबंधन

इस पहल का वर्तमान में प्रभावी प्रबंधन गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल द्वारा किया जा रहा है। 2003 से लेकर अब तक, SWAGAT प्लेटफॉर्म ने गुजरात के नागरिकों का राज्य सरकार पर विश्वास बढ़ाया है। पिछले 22 वर्षों में, इस प्लेटफॉर्म पर प्राप्त 99.10 प्रतिशत आवेदनों का सकारात्मक समाधान किया गया है। यह कार्यक्रम एक सक्रिय और जन-केंद्रित मंच के रूप में विकसित हुआ है।


SWAGAT 2.0 का कार्यान्वयन

मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन में, SWAGAT 2.0 प्रणाली को 25 दिसंबर, 2024 को राज्य के सभी जिलों और विभागों में लागू किया जाएगा। इसके साथ ही, एक ऑनलाइन मोबाइल एप्लिकेशन भी लॉन्च किया जाएगा। इस प्रणाली का पायलट प्रोजेक्ट राजस्व और पंचायत विभाग के लिए 25 दिसंबर, 2023 को 'सुशासन दिवस' के अवसर पर पाटन और खेड़ा जिलों में शुरू किया गया था। पायलट परियोजना के तहत, 21,540 आवेदनों में से 90 प्रतिशत का समय सीमा के भीतर समाधान किया गया।