गुजरात के राज्यपाल को मिला महाराष्ट्र का अतिरिक्त कार्यभार
गुजरात के राज्यपाल को मिला नया कार्यभार
गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत को सी.पी. राधाकृष्णन के भारत के उपराष्ट्रपति बनने के बाद महाराष्ट्र का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया है। सी.पी. राधाकृष्णन ने 9 सितंबर को उपराष्ट्रपति पद के लिए चुनाव जीता, जिसमें उन्होंने इंडिया ब्लॉक के उम्मीदवार, पूर्व न्यायाधीश बी सुदर्शन रेड्डी को 452-300 के अंतर से हराया। राधाकृष्णन को भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) द्वारा इस महत्वपूर्ण पद के लिए चुना गया था।
सी.पी. राधाकृष्णन का नया सफर
उपराष्ट्रपति बनने के बाद, सी.पी. राधाकृष्णन ने महाराष्ट्र के राज्यपाल का पद छोड़ दिया है। अब आचार्य देवव्रत को अपने कर्तव्यों के साथ-साथ महाराष्ट्र का अतिरिक्त कार्यभार भी संभालना होगा। देवव्रत, जो अगस्त 2015 से जुलाई 2019 तक हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल रह चुके हैं, जुलाई 2019 से गुजरात के राज्यपाल के रूप में कार्यरत हैं।
आचार्य देवव्रत की शैक्षणिक पृष्ठभूमि
भारत के राष्ट्रीय पोर्टल पर उपलब्ध जानकारी के अनुसार, आचार्य देवव्रत की शैक्षणिक योग्यताओं में इतिहास और हिंदी में स्नातकोत्तर, शिक्षा में स्नातक और योग विज्ञान में डिप्लोमा शामिल हैं। वे प्राकृतिक चिकित्सा और योग विज्ञान के डॉक्टर भी हैं। इसके अलावा, वे वैदिक मानवीय मूल्यों और दर्शन पर व्याख्यान देते हैं और प्राकृतिक खेती तथा गौ-नस्ल सुधार के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए कई गतिविधियों का आयोजन करते हैं।