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गुजरात के ठगों ने ऑनलाइन स्कैम से कमाए 60 करोड़ रुपये, पुलिस ने किया गिरफ्तार

गुजरात के दो युवकों ने महज तीन महीनों में ऑनलाइन ठगी के जरिए 60 करोड़ रुपये कमाए, लेकिन अब वे पुलिस की गिरफ्त में हैं। मुंबई पुलिस ने इन दोनों को एक युवक की शिकायत पर गिरफ्तार किया, जिसने इनसे 2.45 लाख रुपये ठगे थे। जांच में पता चला कि इनका मास्टरमाइंड लंदन में बैठा है। जानें कैसे इन युवकों ने लोगों को ठगा और पुलिस ने किस तरह से कार्रवाई की।
 

गुजरात के ठगों की गिरफ्तारी


गुजरात के दो युवकों ने महज तीन महीनों में 60 करोड़ रुपये से अधिक की राशि जुटाई, लेकिन अब वे पुलिस की गिरफ्त में हैं। इनकी गिरफ्तारी का कारण यह है कि इन्होंने यह धन किसी वैध व्यवसाय से नहीं, बल्कि लोगों को धोखा देकर अर्जित किया। दोनों युवक कॉलेज ड्रॉपआउट हैं और अब उनके लिए आगे का जीवन आसान नहीं होगा।


पुलिस की कार्रवाई

मुंबई पुलिस ने 33 वर्षीय रूपेश ठक्कर और 34 वर्षीय पंकजभाई गोवर्धन को गिरफ्तार किया है। इन दोनों को लोगों से पैसे ठगने के आरोप में पकड़ा गया। पुलिस ने एक 19 वर्षीय युवक की शिकायत के आधार पर कार्रवाई की, जिसने इनसे 2.45 लाख रुपये की ठगी की थी।


धोखाधड़ी का नेटवर्क

एक ऑनलाइन समाचार पोर्टल की रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस ने दोनों के बैंक खातों से 1.1 करोड़ रुपये बरामद किए। जांच के दौरान यह पता चला कि उन्होंने कई अन्य लोगों को भी अपना शिकार बनाया था, जिससे कुल मिलाकर 60 करोड़ रुपये इकट्ठा किए गए। हालांकि, इनका मास्टरमाइंड लंदन में बैठा है और पुलिस अभी तक उसे पकड़ नहीं पाई है।


कृष की शिकायत

19 वर्षीय कृष ने पुलिस को अपनी शिकायत में बताया कि उसे अक्टूबर 2023 में एक ऑनलाइन नौकरी का प्रस्ताव मिला था, जिसमें उसे विभिन्न रेस्टोरेंट्स के रिव्यू लिखने के लिए कहा गया था। उसे बताया गया था कि इसके लिए उसे प्रति सप्ताह 10,000 रुपये मिलेंगे।


महिला की भूमिका

कृष ने बताया कि इस प्रक्रिया में एक महिला, मारिया, ने उसकी मदद करने का दावा किया। उसने कृष से 1,000 रुपये निवेश करने को कहा, जिसके बदले उसे 300 रुपये का लाभ मिलेगा। धीरे-धीरे, कृष ने 2.45 लाख रुपये का निवेश किया, लेकिन जब उसने अपनी कमाई निकालने की कोशिश की, तो उसे धोखे का एहसास हुआ।


पुलिस की कार्रवाई

माटुंगा पुलिस स्टेशन के सीनियर इंस्पेक्टर दीपक चावन के अनुसार, कृष ने पहले 1,000 रुपये का निवेश किया और काम पूरा करने के बाद 1,650 रुपये प्राप्त किए। लेकिन जब उसने अपनी पूरी राशि निकालने की कोशिश की, तब उसे पता चला कि वह ठगी का शिकार हो चुका है। पुलिस ने साइबर क्राइम अधिकारियों के साथ मिलकर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया।