×

गीतांजलि अंगमो: सोनम वांगचुक की पत्नी और उनकी प्रेरणादायक यात्रा

गीतांजलि अंगमो, सोनम वांगचुक की पत्नी, एक प्रेरणादायक सामाजिक कार्यकर्ता और उद्यमी हैं। उनकी शिक्षा, सामाजिक योगदान और कला में रुचियों के बारे में जानें। सोनम की गिरफ्तारी के बाद, गीतांजलि ने उनके खिलाफ लगे आरोपों का खंडन किया है और उनकी रिहाई के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है। इस लेख में उनकी जीवन यात्रा और उपलब्धियों पर एक नज़र डालें।
 

सोनम वांगचुक की गिरफ्तारी के बाद का घटनाक्रम

क्लाइमेट एक्टिविस्ट सोनम वांगचुक की गिरफ्तारी ने देशभर में हलचल मचा दी है। लद्दाख में हुए हिंसक प्रदर्शनों के बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया, जिन पर आरोप है कि उनकी भड़काने वाली गतिविधियों के कारण यह हिंसा हुई। उन्हें लेह से जोधपुर जेल में स्थानांतरित किया गया है। इस घटना के बाद उनकी पत्नी, गीतांजलि अंगमो, ने सभी आरोपों का खंडन करते हुए सुप्रीम कोर्ट में रिहाई की याचिका दायर की है।


गीतांजलि अंगमो की शिक्षा और पृष्ठभूमि

गीतांजलि अंगमो एक सामाजिक कार्यकर्ता हैं, जो अपने पति पर पाकिस्तान से संबंधों के आरोपों के खिलाफ खुलकर बोल रही हैं। उनका जन्म ओडिशा के बालासोर में एक पंजाबी परिवार में हुआ। उन्होंने फकीर मोहन यूनिवर्सिटी से भौतिकी में स्नातक की डिग्री प्राप्त की और फिर जेवियर इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट, भुवनेश्वर से मार्केटिंग और फाइनेंस में एमबीए किया।


सम्मान और उपलब्धियाँ

2022 में, शिक्षा और सामुदायिक विकास में उनके योगदान के लिए भारत सरकार ने उन्हें नीति आयोग के माध्यम से वुमेन ट्रांसफॉर्मिंग इंडिया अवार्ड से सम्मानित किया।


एक सफल उद्यमी

गीतांजलि अंगमो एक सफल उद्यमी हैं, जिन्होंने पुषण और शंघाई पावर प्रोजेक्ट्स लिमिटेड की स्थापना की। इसके अलावा, वह हेलिओस बुक्स, ओम हॉस्पिटल्स, ओम ट्रस्ट और लव योर लिवर फाउंडेशन जैसी संस्थाओं की संस्थापक भी हैं।


शिक्षा में योगदान

वह महाराष्ट्र इंटरनेशनल एजुकेशन बोर्ड की सलाहकार रह चुकी हैं और चेन्नई के एक प्रसिद्ध कैम्ब्रिज स्कूल की प्रमुख भी रह चुकी हैं।


अध्यात्म और कला में रुचि

गीतांजलि अंगमो कराटे में ब्लैक बेल्ट धारक हैं और ओडिसी, रूसी बैले, हिंदुस्तानी शास्त्रीय गायन और पियानो में रुचि रखती हैं। उनके आध्यात्मिक अध्ययन में श्री अरविंद के दर्शन, वेद और उपनिषद शामिल हैं।