गिरिराज सिंह की चेतावनी: भाजपा को चुनावी प्रदर्शन पर ध्यान देने की आवश्यकता
वरिष्ठ केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने भाजपा को बिहार विधानसभा चुनाव से पहले एक महत्वपूर्ण चेतावनी दी है। उन्होंने स्ट्राइक रेट के आंकड़ों पर ध्यान देने और स्थानीय कार्यकर्ताओं की अनदेखी करने के खिलाफ आवाज उठाई। चिराग पासवान की पार्टी पर कटाक्ष करते हुए, सिंह ने 2010 के चुनावों में एनडीए की ऐतिहासिक जीत का उल्लेख किया। उनका मानना है कि नेताओं को पार्टी की स्थानीय आवाज़ को सही तरीके से दर्शाना चाहिए। इस लेख में गिरिराज सिंह की टिप्पणियों और बिहार की राजनीति पर उनके प्रभाव का विश्लेषण किया गया है।
Oct 14, 2025, 15:05 IST
गिरिराज सिंह की कड़ी चेतावनी
वरिष्ठ केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने बिहार विधानसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को एक गंभीर चेतावनी दी है। उन्होंने स्ट्राइक रेट के आंकड़ों पर अत्यधिक ध्यान देने और दिखावटी शक्ति प्रदर्शन के खिलाफ आवाज उठाई है। चिराग पासवान का नाम लिए बिना, सिंह ने उन नेताओं की आलोचना की जो मजबूत चुनावी क्षेत्रों का दावा करते हैं, लेकिन वास्तविक कार्यों की अनदेखी करते हैं। उन्होंने सहयोगियों को पिछले प्रदर्शन के आधार पर बड़े ब्लॉक देने की प्रथा पर सवाल उठाया और सुझाव दिया कि मुख्य आंकड़ों के पक्ष में कार्यकर्ताओं को नजरअंदाज किया जा रहा है।
स्थानीय कार्यकर्ताओं की अनदेखी
गिरिराज ने जोर देकर कहा कि नेताओं को पार्टी की स्थानीय आवाज़ को सही तरीके से दर्शाना चाहिए। उन्होंने कुछ पार्टियों पर आरोप लगाया कि वे अपने चुनावी "स्ट्राइक रेट" पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, जबकि स्थानीय कार्यकर्ताओं की मेहनत और निष्ठा को नजरअंदाज कर रहे हैं। उनकी यह टिप्पणी चिराग पासवान की पार्टी पर कटाक्ष के रूप में देखी जा रही है, जिसने पहले 2024 के लोकसभा चुनावों में अपनी शानदार जीत का दावा किया था।
स्ट्राइक रेट का मज़ाक
गिरिराज ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में चिराग पासवान का नाम लिए बिना स्ट्राइक रेट जिंगल का मज़ाक उड़ाया। उन्होंने एनडीए की 2010 की शानदार जीत का उल्लेख किया, जिसमें भाजपा ने 102 में से 91 सीटें जीतीं (स्ट्राइक रेट 89%) और जेडी(यू) ने 141 में से 115 सीटें जीतीं (स्ट्राइक रेट 81%)। उन्होंने लिखा कि यह असली स्ट्राइक रेट है, जबकि आज कुछ लोग मजबूत सीटों के साथ स्ट्राइक रेट का झुनझुना बजा रहे हैं।
2010 का ऐतिहासिक चुनाव
भाजपा नेता ने कहा कि 2010 के बिहार चुनाव में एनडीए ने इतिहास रचा था, जब उसने 243 में से 206 सीटें जीती थीं। जदयू ने 141 में से 115 सीटें जीतीं, जिसका स्ट्राइक रेट 81% था, जबकि भाजपा ने 102 में से 91 सीटें जीतीं, जिसका स्ट्राइक रेट 89% था। उन्होंने कहा कि इतनी प्रचंड जीत बिहार की राजनीति में फिर कभी नहीं देखी गई। तब भी धर्मेंद्र प्रधान जी प्रभारी थे और आज भी वही प्रभारी हैं।