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गहलोत ने भाजपा सरकार पर रिफाइनरी की धीमी प्रगति को लेकर उठाए सवाल

राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भाजपा सरकार पर पचपदरा में प्रस्तावित रिफाइनरी की धीमी प्रगति को लेकर गंभीर सवाल उठाए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार की लापरवाही के कारण इस परियोजना की लागत में भारी वृद्धि हुई है। गहलोत ने यह भी कहा कि कांग्रेस सरकार के दौरान रिफाइनरी का कार्य तेजी से आगे बढ़ा था। भाजपा सरकार की चुप्पी और उत्पादन की तारीख पर अनिश्चितता ने लोगों में संदेह पैदा कर दिया है।
 

रिफाइनरी परियोजना की प्रगति पर सवाल

राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पचपदरा में प्रस्तावित रिफाइनरी के कार्य की धीमी गति को लेकर भाजपा सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने सोमवार को यह सवाल उठाया कि 'डबल इंजन' की सरकार होने के बावजूद रिफाइनरी का काम इतना धीमा क्यों है?


गहलोत ने कहा कि राज्य की भाजपा सरकार ने 2025-26 के बजट में यह घोषणा की थी कि पचपदरा-बालोतरा स्थित रिफाइनरी अगस्त 2025 से उत्पादन शुरू कर देगी। उन्होंने 'एक्स' पर पोस्ट करते हुए कहा, "कल मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने रिफाइनरी का दौरा किया, लेकिन उनके बयानों और सरकारी प्रेस नोट में उत्पादन शुरू होने की तारीख का कोई उल्लेख नहीं था। यह चुप्पी लोगों में संदेह पैदा कर रही है।"


गहलोत के अनुसार, कांग्रेस सरकार के दौरान, कोरोना महामारी के बावजूद रिफाइनरी का कार्य तेजी से हुआ था और 80 प्रतिशत से अधिक कार्य पूरा हो चुका था।


उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि 2013 से 2018 और अब 2023 तक भाजपा सरकार की लापरवाही के कारण इस 37,000 करोड़ की परियोजना की लागत बढ़कर लगभग एक लाख करोड़ तक पहुंच गई है।


गहलोत ने कहा, "2013 में जब इस परियोजना का शिलान्यास हुआ था, तब यदि सरकार नहीं बदली होती तो इसका कार्य नहीं रुकता और लागत इतनी नहीं बढ़ती। अब राजस्थान की जनता पूछ रही है कि 'डबल इंजन' की सरकार के बावजूद रिफाइनरी का काम धीमा क्यों चल रहा है?"


केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी और मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने रविवार को बालोतरा जिले के पचपदरा में एचपीसीएल राजस्थान रिफाइनरी लिमिटेड (एचआरआरएल) का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने कुछ उद्घाटन कार्य किए और एक समीक्षा बैठक भी आयोजित की।