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गले और छाती के संक्रमण के लिए घरेलू उपचार: हल्दी और अदरक का जादू

गले और छाती की समस्याओं के लिए घरेलू उपचारों की जानकारी प्राप्त करें। हल्दी और अदरक जैसे प्राकृतिक उपायों का उपयोग करके आप खांसी, गले में खराश और दमा जैसी बीमारियों से राहत पा सकते हैं। जानें कैसे इन सरल उपायों से आप अपनी सेहत में सुधार कर सकते हैं।
 

गले की बीमारियों का हल्दी से उपचार


गले में किसी भी प्रकार की समस्या, जैसे दर्द, खराश, खांसी या कफ जमा होने पर हल्दी एक प्रभावी उपाय है। आधा चम्मच कच्ची हल्दी का रस गले में डालने से ये सभी समस्याएं दूर हो जाती हैं। इसे बच्चों के लिए भी उपयोगी माना जाता है, खासकर जब टॉन्सिल की समस्या होती है।


इस विडियो में देखिए ये सब आपको कैसे करना है >>


खांसी और छाती की समस्याओं का समाधान


गले और छाती से संबंधित बीमारियों के लिए कच्ची हल्दी का रस एक प्रभावी उपाय है। अदरक का एक छोटा टुकड़ा चूसने से खांसी तुरंत बंद हो जाती है। यदि खांसी से चेहरा लाल हो गया है, तो अदरक और पान का रस मिलाकर पीने से राहत मिलती है।


अनार का गर्म रस पीने से भी खांसी में आराम मिलता है। काली मिर्च को चबाने और गर्म पानी पीने से खांसी रुक जाती है।


दमा और अस्थमा के लिए घरेलू उपाय

दमा, अस्थमा और ब्रोंकिओल अस्थमा के लिए गाय का मूत्र एक प्रभावी उपचार है। ताजा गोमूत्र का आधा कप सुबह पीने से इन बीमारियों में सुधार होता है। इसके अलावा, दालचीनी का पाउडर गुड़ या शहद के साथ गर्म पानी में लेने से भी दमा और अस्थमा में राहत मिलती है।