क्वॉड बैठक में आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता का संदेश
हाल ही में अमेरिका में आयोजित क्वॉड बैठक में भारतीय विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक एकजुटता का आह्वान किया। इस बैठक में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा की गई और सभी सदस्य देशों ने मिलकर आतंकवाद के खिलाफ ठोस कदम उठाने की आवश्यकता पर जोर दिया। जानें इस महत्वपूर्ण बैठक में क्या-क्या चर्चा हुई और भारत की भूमिका कैसे वैश्विक सुरक्षा में महत्वपूर्ण बनती जा रही है।
Jul 2, 2025, 11:55 IST
क्वॉड देशों का संयुक्त बयान
अमेरिका में आयोजित क्वॉड (QUAD) बैठक में भारतीय विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर के प्रभावशाली भाषण के बाद, क्वॉड सदस्य देशों ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा करते हुए एक संयुक्त बयान जारी किया। इस बयान में यह स्पष्ट किया गया है कि भारत की आवाज वैश्विक मंच पर कितनी महत्वपूर्ण है। पाकिस्तान, जो अपने सेनाध्यक्ष को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा लंच कराए जाने पर गर्व महसूस कर रहा था, अब क्वॉड के इस बयान से हताश है, जिसमें अमेरिका के हस्ताक्षर भी शामिल हैं। क्वॉड देशों ने एकजुटता से यह संदेश दिया है कि वे वैश्विक आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में लोकतांत्रिक देशों के साथ खड़े हैं।
जयशंकर का आतंकवाद पर जोरदार भाषण
क्वॉड बैठक में विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने आतंकवाद के बदलते स्वरूप और इसके वैश्विक प्रभाव पर ध्यान केंद्रित किया। उन्होंने सीमापार आतंकवाद, ड्रोन हमले, साइबर आतंकवाद और आतंकवादी फंडिंग नेटवर्क्स के प्रति चिंता व्यक्त की। जयशंकर ने बताया कि आतंकवाद अब केवल एक क्षेत्रीय समस्या नहीं रह गई है, बल्कि यह एक वैश्विक खतरा बन चुका है, जिसका सामना बहुपक्षीय सहयोग और समन्वित रणनीति से ही किया जा सकता है। उन्होंने भारत की 'जीरो टॉलरेंस' नीति को दोहराते हुए कहा कि आतंकवाद को समर्थन देने वाले देशों को अंतरराष्ट्रीय समुदाय द्वारा जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए।
पहलगाम हमले पर क्वॉड का कड़ा रुख
क्वॉड के बयान में भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया के विदेश मंत्रियों ने पहलगाम में पर्यटकों पर हुए आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा की। संयुक्त बयान में कहा गया कि हमले की साजिश रचने वालों और उसे अंजाम देने वालों को न्याय के कठघरे में लाने का आह्वान किया गया। उन्होंने सभी देशों से सहयोग बढ़ाने की अपील की। विदेश मंत्रियों ने हमले के मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की।
क्वॉड की नई पहलों की घोषणा
क्वॉड की बैठक में मुंबई में 'भविष्य के क्वाड बंदरगाह' साझेदारी की योजना की भी घोषणा की गई। मंत्रियों ने पूर्वी और दक्षिण चीन सागर की स्थिति को लेकर चिंता जताई और चीन की सैन्य कार्रवाइयों का विरोध किया। उन्होंने आतंकवादी फंडिंग पर रोक लगाने के लिए वैश्विक तंत्रों को प्रभावी बनाने, इंटेलिजेंस साझा करने और डिजिटल आतंकवाद जैसे नए खतरों से निपटने पर सहमति जताई।
भारत की भूमिका और वैश्विक सुरक्षा
विदेश मंत्री एस. जयशंकर का भाषण और क्वॉड देशों की प्रतिक्रिया ने यह स्पष्ट किया कि लोकतांत्रिक राष्ट्र आतंकवाद के खिलाफ एकजुट हैं। यह सहयोग केवल प्रतीकात्मक नहीं है, बल्कि व्यावहारिक कार्रवाई की दिशा में भी संकेत करता है। भारत की भूमिका न केवल क्षेत्रीय स्थिरता में, बल्कि वैश्विक सुरक्षा संरचना में भी महत्वपूर्ण होती जा रही है।