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क्राइम सीन क्लीनर की चुनौतीपूर्ण जिंदगी: लॉरेन बेकर की कहानी

लॉरेन बेकर, एक क्राइम सीन क्लीनर, ने अपने अनुभव साझा किए हैं जो उनकी चुनौतीपूर्ण यात्रा को दर्शाते हैं। वह उन स्थानों को साफ करती हैं जहां अपराध हुए हैं, और इस काम की मानसिक और शारीरिक चुनौतियों का सामना करती हैं। जानें कि कैसे वह मौत की गंध से जूझती हैं और आत्महत्याओं के दृश्य को साफ करने के दौरान उनके मन में क्या चलता है। उनकी कहानी न केवल दिलचस्प है, बल्कि यह हमें मानवता की गहराईयों में भी ले जाती है।
 

एक क्राइम सीन क्लीनर की आपबीती


लॉरेन बेकर, एक क्राइम सीन क्लीनर, ने अपने पहले दिन की एक दिल दहला देने वाली कहानी साझा की। जब वह एक अपराध स्थल को साफ करके घर लौट रही थीं, तो उस दिन की गंध उनके मन में गहराई से बस गई थी। उन्होंने कई बार डेटॉल से नहाने की कोशिश की, लेकिन उस गंध से छुटकारा नहीं पा सकीं।


लॉरेन का कार्य अत्यंत चुनौतीपूर्ण है। उन्हें उन स्थानों को साफ करना होता है, जहां लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। कभी-कभी तो ऐसे मामले होते हैं जहां मृतक की पहचान भी नहीं हो पाती। यह कार्य न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक रूप से भी कठिन होता है।


लॉरेन ने बताया कि आत्महत्याओं के दृश्य सबसे कठिन होते हैं। एक बार, एक व्यक्ति ने अपनी मौत से पहले एक नोट छोड़कर दरवाजे पर चिपका दिया था, जिसमें लिखा था, 'अंदर मत आओ। 999 पर कॉल करो। अंदर एक लाश है।'


मौत की गंध का अनुभव


लॉरेन को परिवार को मृतक की मौत की सूचना देने का कार्य भी सौंपा गया था। वह बताती हैं कि इस क्राइम सीन को वह कभी नहीं भूल पाएंगी। मानसिक रूप से खुद को मजबूत रखने के लिए वह संगीत सुनती हैं और कभी-कभी शॉवर में जाकर रोती हैं।


जब लोग उनसे पूछते हैं कि मौत की गंध कैसी होती है, तो वह इसे समझाना कठिन पाती हैं। उनके पास मजबूत मास्क होते हैं, लेकिन फिर भी वह अपनी नाक के नीचे Vicks लगाती हैं ताकि गंध को कम किया जा सके।


सुरक्षा के उपाय


लॉरेन ने बताया कि अपने काम के दौरान वह पूरी PPE किट पहनती हैं, जिसमें डिस्पोजेबल सूट, मास्क और दस्ताने शामिल हैं। यह उन्हें खतरनाक चीजों से बचाने में मदद करता है। उन्हें वैक्सीन भी लगवानी पड़ती है और सुइयों से भी सावधान रहना होता है।


आत्मा की मुक्ति की रस्म


लॉरेन का कार्य केवल क्राइम सीन को साफ करना नहीं है, बल्कि वह उन घरों को भी साफ करती हैं जहां लोग मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे हैं। उन्होंने ऐसे घर देखे हैं जहां अनाज के बक्सों से कमरे भरे हुए हैं।


वह मर चुके व्यक्ति की आत्मा को मुक्त करने के लिए घर की खिड़कियां खोलती हैं। लॉरेन का यह कार्य कठिन है, लेकिन वह इसे पसंद करती हैं। उन्होंने एक पब और मेड के रूप में भी काम किया है। उनकी जिंदगी पर एक डॉक्यूमेंट्री 30 जून को रिलीज हुई है।