क्या RuPay क्रेडिट कार्ड से UPI भुगतान वास्तव में मुफ्त है? जानें सच्चाई
RuPay क्रेडिट कार्ड और UPI का नया अध्याय
RuPay क्रेडिट कार्ड
भारत में डिजिटल भुगतान के क्षेत्र में यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) ने एक नई क्रांति का आगाज़ किया है। यह प्रणाली, जिसे नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने विकसित किया है, ने पैसे भेजने और प्राप्त करने के तरीके को पूरी तरह से बदल दिया है। आज, यह प्रणाली इतनी सरल और तेज़ है कि हर कोई, चाहे वह सब्जी विक्रेता हो या बड़े शॉपिंग मॉल, इसका उपयोग कर रहा है। अब, RuPay क्रेडिट कार्ड को UPI से जोड़ने की सुविधा भी उपलब्ध है। लेकिन क्या यह सुविधा वास्तव में मुफ्त है?
₹2000 की सीमा: ग्राहकों के लिए राहत
सबसे महत्वपूर्ण जानकारी जो ग्राहकों को जाननी चाहिए, वह है ₹2,000 की सीमा। NPCI ने इस नियम को स्पष्ट रूप से निर्धारित किया है। यदि आप अपने RuPay क्रेडिट कार्ड का उपयोग करके UPI के माध्यम से ₹2,000 तक का भुगतान करते हैं, तो आपको कोई शुल्क नहीं देना होगा। यह पूरी तरह से मुफ्त है।
यह नियम इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि भारत में अधिकांश दैनिक UPI लेन-देन, जैसे किराना खरीदना, छोटे बिल चुकाना, कैब का किराया या बाहर खाना-पीना, इसी सीमा के भीतर होते हैं। इससे यह सुनिश्चित होता है कि आम आदमी की रोज़मर्रा की ज़रूरतों पर कोई अतिरिक्त बोझ न पड़े। आप बिना किसी चिंता के छोटे-छोटे भुगतानों के लिए अपने RuPay क्रेडिट कार्ड का UPI पर उपयोग कर सकते हैं। यह उतना ही मुफ्त है जितना कि आपके बैंक खाते से UPI करना।
1.1% शुल्क का सच क्या है?
अब बात करते हैं उस शुल्क की, जिसके बारे में सबसे अधिक चर्चा हो रही है। यह सच है कि 1 अप्रैल 2023 से NPCI ने एक नियम लागू किया है, जिसके तहत ₹2,000 से अधिक के RuPay क्रेडिट कार्ड UPI भुगतान पर शुल्क लगता है। यह शुल्क 1.1% तक हो सकता है। लेकिन यहाँ एक महत्वपूर्ण बात है, यह शुल्क ग्राहक को नहीं देना है।
इस शुल्क को तकनीकी भाषा में ‘मर्चेंट डिस्काउंट रेट’ (MDR) कहा जाता है, और यह उस व्यापारी को देना होता है, जिसे आप भुगतान कर रहे हैं। उदाहरण के लिए, यदि आप किसी बड़े इलेक्ट्रॉनिक स्टोर से ₹25,000 का सामान खरीदते हैं और RuPay क्रेडिट कार्ड UPI से भुगतान करते हैं, तो उस ₹25,000 पर लगने वाला 1.1% तक का शुल्क दुकानदार को अपने बैंक को देना होगा। आपकी जेब से, यानी ग्राहक के खाते से, केवल ₹25,000 ही कटेंगे।
यह शुल्क क्यों लगाया गया?
यह सवाल उठता है कि जब सब कुछ ठीक चल रहा था, तो यह शुल्क लगाने की आवश्यकता क्यों पड़ी? इसका उत्तर डिजिटल पेमेंट इकोसिस्टम को ‘टिकाऊ’ बनाने में छिपा है। UPI की यह पूरी व्यवस्था, जो चौबीसों घंटे रीयल-टाइम में काम करती है, इसके पीछे एक बहुत बड़ा और महंगा इन्फ्रास्ट्रक्चर है। इसमें सर्वर, टेक्नोलॉजी, सुरक्षा व्यवस्था और कई बैंकों की भागीदारी शामिल है।
जब आप बैंक खाते से UPI करते हैं, तो लागत कम होती है। लेकिन जब भुगतान क्रेडिट कार्ड के माध्यम से होता है, तो इसमें क्रेडिट कार्ड नेटवर्क (जैसे RuPay) और जारी करने वाले बैंक भी शामिल हो जाते हैं। इस पूरी प्रक्रिया की लागत को कवर करने और यह सुनिश्चित करने के लिए कि यह व्यवस्था भविष्य में भी सुचारू रूप से चलती रहे, यह मामूली शुल्क व्यापारियों पर लगाया गया है। NPCI का उद्देश्य ग्राहकों पर बोझ डाले बिना इस डिजिटल बुनियादी ढांचे को मज़बूत बनाए रखना है.