कोच्चि में दुबई पंजीकृत वाहन की तेज रफ्तार से मची हलचल
कोच्चि में वाहन की तेज रफ्तार पर जांच शुरू
कोच्चि में एक दुबई में पंजीकृत वाहन ने एदप्पल्ली में तेज रफ्तार से दौड़ते हुए और धुएं से भरी निकास प्रणाली के साथ हलचल मचा दी। इस वाहन की तेज आवाज और आग के कारण लोगों का ध्यान आकर्षित हुआ, जिसके वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से फैल गए। इस अजीब दृश्य ने मोटर वाहन विभाग (MVD) को संभावित अवैध संशोधन और भारतीय मोटर वाहन नियमों के उल्लंघन की जांच शुरू करने के लिए प्रेरित किया।
अधिकारियों का मानना है कि इस वाहन में ऐसे आफ्टरमार्केट निकास प्रणाली और प्रदर्शन उन्नयन हो सकते हैं, जो न केवल अधिक ध्वनि प्रदूषण उत्पन्न करते हैं बल्कि सुरक्षा के लिए भी खतरा बन सकते हैं। वर्तमान उच्च न्यायालय के दिशा-निर्देशों के अनुसार, यदि ये संशोधन वाहन के उत्सर्जन स्तर या संरचनात्मक अखंडता में हस्तक्षेप करते हैं, तो ये अवैध हैं।
अब इस कार के आयात स्थिति पर अधिक ध्यान दिया जा रहा है, क्योंकि भारत में अस्थायी रूप से आयातित विदेशी पंजीकृत वाहनों को घरेलू यातायात और संशोधन नियमों का पालन करना आवश्यक है। MVD यह जांच कर रहा है कि क्या दुबई-प्लेटेड कार को कोई छूट या मंजूरी मिली थी, और क्या ये परिवर्तन भारत में प्रवेश करने से पहले या बाद में किए गए थे।
अधिकारियों ने पहले ही ट्रैफिक कैमरों से फुटेज और गवाहों के बयानों का मिलान किया है ताकि वाहन के सटीक मॉडल और मालिक की पुष्टि की जा सके। यदि जांच में नियमों के उल्लंघन की पुष्टि होती है, तो कार पर भारी जुर्माना लगाया जा सकता है, जिसमें इसे जब्त करना या मोटर वाहन अधिनियम के तहत दंडित करना शामिल है।
यह घटना एक बार फिर भारतीय शहरों में संशोधित लग्जरी वाहनों और सड़क रेसिंग संस्कृति से जुड़ी विवादों को बढ़ावा देती है। विशेषज्ञों का कहना है कि अवैध आयात और भारतीय सड़कों पर लापरवाह ड्राइविंग व्यवहार को रोकने के लिए बंदरगाहों पर कड़ी जांच और राज्य यातायात विभागों और सीमा शुल्क अधिकारियों के बीच बेहतर समन्वय की आवश्यकता है।