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केरल सरकार ने जासूसी मामले में यूट्यूबर के चयन से इनकार किया

केरल के पर्यटन मंत्री मोहम्मद रियास ने यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा के चयन में राज्य सरकार की भूमिका से इनकार किया है। मल्होत्रा को जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किया गया था, जिसके बाद भाजपा के नेताओं ने आरोप लगाया कि उन्हें राज्य सरकार ने आमंत्रित किया था। सीपीआई ने इन आरोपों की निंदा की है, यह कहते हुए कि यात्रा के लिए जिम्मेदारी केंद्र सरकार की है। जानें इस मामले में और क्या कहा गया।
 

मोहम्मद रियास का स्पष्टीकरण

केरल के पर्यटन मंत्री मोहम्मद रियास ने मंगलवार को स्पष्ट किया कि सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर और यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा के चयन में राज्य सरकार की कोई संलग्नता नहीं थी। उन्हें मई में पाकिस्तान के लिए जासूसी के संदेह में गिरफ्तार किया गया था। रियास ने संवाददाताओं से कहा कि मल्होत्रा को उनके खिलाफ कोई मामला सामने आने से पहले ही नामित एजेंसी द्वारा आमंत्रित किया गया था, और इस चयन में केरल सरकार की कोई भूमिका नहीं थी।  


आरोपों का जवाब

मोहम्मद रियास ने यह स्पष्टीकरण उन आरोपों के संदर्भ में दिया है, जिनमें कहा गया था कि जासूसी के आरोप में गिरफ्तार ज्योति मल्होत्रा को राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए आमंत्रित किया गया था। भारतीय जनता पार्टी के कुछ नेताओं, जैसे प्रवक्ता शहजाद पूनावाला, ने आरटीआई के जवाब का हवाला देते हुए दावा किया कि मल्होत्रा राज्य सरकार के निमंत्रण पर केरल आई थीं। पूनावाला ने कहा कि इस कारण भारत माता को रोका गया और पाकिस्तानी जासूसों को वामपंथियों द्वारा लाल कालीन पहनाया गया।


सीपीआई की प्रतिक्रिया

भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) ने इन आरोपों की कड़ी निंदा की है। सीपीआई सांसद पी संदोष कुमार ने एक बयान में कहा कि भाजपा की यह कोशिश कि वह राष्ट्रीय सुरक्षा की विफलताओं को छिपाने के लिए केरल सरकार को इस मामले में घसीटे, निंदनीय है। कुमार ने कहा कि यह कहना अपमानजनक है कि एक यूट्यूबर की पाकिस्तान यात्रा के लिए राज्य सरकार जिम्मेदार है, जबकि पासपोर्ट जारी करना, वीजा मंजूरी और खुफिया निगरानी सभी केंद्र सरकार के नियंत्रण में हैं।