केरल में मतदाता सूची की सटीकता पर जोर, मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने दी बधाई
मतदाता सूची की सटीकता पर मुख्य निर्वाचन अधिकारी का बयान
केरल के मुख्य निर्वाचन अधिकारी, रतन यू. केलकर ने राज्य के सभी बूथ स्तर के अधिकारियों (बीएलओ) को उनके उत्कृष्ट कार्य के लिए सराहा। उन्होंने कहा कि चल रहे एसआईआर के दौरान बीएलओ के प्रयासों की सराहना की गई है।
सीईओ कार्यालय द्वारा जारी एक विज्ञप्ति में केलकर ने बताया कि राज्य की मतदाता सूची की सटीकता और विश्वसनीयता बनाए रखने में बीएलओ के क्षेत्रीय प्रयास महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने विशेष रूप से बीएलओ के निरंतर प्रयासों की प्रशंसा की, जिन्होंने अनट्रेसेबल फॉर्म की पहचान और रिपोर्टिंग में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। ये फॉर्म वे हैं जिनका मतदाता की उपस्थिति या निवास का सत्यापन बीएलओ द्वारा नहीं किया जा सका।
अनट्रेसेबल फॉर्म की स्थिति
अनट्रेसेबल श्रेणी में स्थानांतरित, मृत और डुप्लिकेट जैसे फॉर्म शामिल हैं। वर्तमान में इस श्रेणी में कुल 51,085 फॉर्म हैं, जो पुनर्सत्यापित किए जा रहे मतदाताओं का 0.18 प्रतिशत है। हालांकि, सीईओ ने स्पष्ट किया कि यह आंकड़ा सटीक नहीं है और वास्तविक संख्या इससे अधिक हो सकती है।
सटीकता और पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए, मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने सभी बीएलओ को मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों द्वारा नामित बूथ स्तर के एजेंटों के साथ बैठकें आयोजित करने का निर्देश दिया।
राजनीतिक दलों से सहयोग की अपील
केलकर ने सभी राजनीतिक दलों से इन महत्वपूर्ण बैठकों में सक्रिय भागीदारी की अपील की। उन्होंने कहा कि एक सटीक मतदाता सूची सुनिश्चित करने के लिए सभी का सहयोग आवश्यक है।
भारत निर्वाचन आयोग ने नौ राज्यों और तीन केंद्र शासित प्रदेशों में मतदाता सूचियों के विशेष गहन पुनरीक्षण के दूसरे चरण की शुरुआत की है, जिसमें लगभग 51 करोड़ मतदाता शामिल होंगे। इस चरण में छत्तीसगढ़, गोवा, गुजरात, केरल, मध्य प्रदेश, राजस्थान, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, लक्षद्वीप और पुडुचेरी शामिल हैं।
गणना प्रक्रिया और बीएलओ की भूमिका
गणना अवधि 4 नवंबर से शुरू होकर 4 दिसंबर तक चलेगी, जिसमें बीएलओ प्रत्येक मतदाता को विशिष्ट, आंशिक रूप से भरे हुए गणना प्रपत्र वितरित करेंगे। बीएलओ कम से कम तीन बार घरों का दौरा करेंगे।
इस प्रक्रिया को सुगम बनाने के लिए 5.3 लाख से अधिक बीएलओ, 7.64 लाख बूथ लेवल एजेंट, 10,448 निर्वाचक पंजीकरण अधिकारी और 321 जिला निर्वाचन अधिकारी तैनात किए गए हैं। मतदाता ईसीआईनेट ऐप पर "बुक-अ-काल विद बीएलओ" सुविधा के जरिए सहायता प्राप्त कर सकते हैं या 1950 पर टोल-फ्री हेल्पलाइन डायल कर सकते हैं।