केटी रामाराव ने कांग्रेस के अहंकार पर कसा तंज, कहा- हम तेलंगाना के लोगों की ए-टीम हैं
केटी रामाराव का कांग्रेस पर हमला
बीआरएस के कार्यकारी अध्यक्ष केटी रामाराव ने उपराष्ट्रपति चुनाव में कांग्रेस नेता जयराम रमेश की टिप्पणी का कड़ा जवाब दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का अहंकार और अधिकार की भावना राष्ट्रीय राजनीति में उसकी हार का मुख्य कारण है। रमेश के ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए, केटीआर ने कहा कि चुनाव से दूर रहने वाली पार्टियाँ अप्रत्यक्ष रूप से भाजपा का समर्थन कर रही हैं। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस अभी भी पुरानी सोच में फंसी हुई है कि 'या तो हमारे साथ या उनके साथ'।
कांग्रेस की विफलताओं पर केटीआर की टिप्पणी
केटीआर ने कहा कि जयराम जी, यही अहंकार और अधिकार की भावना कांग्रेस को समकालीन राजनीति में विफल बना रही है। उन्होंने कहा कि 'या तो आप हमारे साथ हैं या फिर उनके साथ' का तर्क मूर्खतापूर्ण है, जो यह दिखाता है कि देश द्विध्रुवीय है। उन्होंने स्पष्ट किया कि बीआरएस न तो कांग्रेस की बी-टीम है और न ही भाजपा की, बल्कि वे तेलंगाना के लोगों की ए-टीम हैं।
बीआरएस की प्राथमिकताएँ
केटीआर ने यह भी कहा कि कांग्रेस भारतीय राजनीति को एक द्वंद्वात्मक युद्धक्षेत्र मानती है, जिससे क्षेत्रीय दलों को अपने खेमे चुनने के लिए मजबूर होना पड़ता है। उन्होंने कहा कि इस दृष्टिकोण के कारण कांग्रेस ने कई राज्यों में अपनी प्रासंगिकता खो दी है। उन्होंने जोर देकर कहा कि बीआरएस की प्राथमिकताएँ केवल तेलंगाना के लोगों के प्रति हैं।
उपराष्ट्रपति चुनाव के परिणाम
बीआरएस के कार्यकारी अध्यक्ष ने कांग्रेस नेताओं को सलाह दी कि वे क्षेत्रीय दलों को बदनाम करने के बजाय अपनी घटती चुनावी पकड़ और शासन की विफलताओं पर ध्यान दें। इस बीच, मंगलवार को हुए उपराष्ट्रपति चुनाव में सी. पी. राधाकृष्णन ने इंडिया ब्लॉक के उम्मीदवार न्यायमूर्ति बी. सुदर्शन रेड्डी को 152 मतों से हराया। सी. पी. राधाकृष्णन को 452 पहले वरीयता के मत मिले, जबकि न्यायमूर्ति रेड्डी को 300 पहले वरीयता के मत प्राप्त हुए।