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केंद्रीय मंत्री कीर्तिवर्धन सिंह ने फारूक अब्दुल्ला की टिप्पणियों पर की कड़ी प्रतिक्रिया

केंद्रीय मंत्री कीर्तिवर्धन सिंह ने जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला की 'ऑपरेशन सिंदूर' टिप्पणी पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने आरोप लगाया कि अब्दुल्ला राष्ट्रीय हितों की अनदेखी कर रहे हैं और जनता अब ऐसे स्वार्थी नेताओं से दूर हो रही है। इसके अलावा, लाल किला विस्फोट के बाद सुरक्षा स्थिति पर भी सिंह ने चर्चा की, जिसमें उन्होंने सभी आरोपियों को सजा दिलाने का आश्वासन दिया। फरीदाबाद में आतंकवादी मॉड्यूल की जांच भी जारी है।
 

फारूक अब्दुल्ला की टिप्पणियों पर केंद्रीय मंत्री की प्रतिक्रिया

केंद्रीय मंत्री कीर्तिवर्धन सिंह ने जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला की 'ऑपरेशन सिंदूर' संबंधी टिप्पणी की तीखी आलोचना की। उन्होंने आरोप लगाया कि अब्दुल्ला राष्ट्रीय हितों की अनदेखी कर रहे हैं और कहा कि जनता अब ऐसे स्वार्थी नेताओं से दूर हो रही है। सिंह ने यह भी कहा कि बिहार चुनाव ने यह स्पष्ट कर दिया है कि लोग देश की मजबूती के लिए मतदान करेंगे।


इससे पहले, अब्दुल्ला ने कहा था कि उन्हें उम्मीद है कि ऐसा कोई ऑपरेशन नहीं होगा, जिससे नुकसान होगा। उन्होंने कहा कि हमारे लोग मारे गए हैं और सीमाओं का उल्लंघन किया गया है। उन्होंने पड़ोसी देशों के संबंध सुधारने की आवश्यकता पर जोर दिया।


सिंह ने एएनआई से बातचीत में कहा कि कई नेता केवल अपनी स्वार्थी राजनीति पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।


लाल किला विस्फोट पर केंद्रीय मंत्री की टिप्पणी

केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री कीर्तिवर्धन सिंह ने 10 नवंबर को लाल किला विस्फोट के बाद सुरक्षा स्थिति पर भी चर्चा की। इस घटना में 12 लोगों की जान गई थी और इसे आतंकवादी घटना घोषित किया गया था। उन्होंने कहा कि सभी आरोपियों को कानून के अनुसार सजा मिलेगी।


सिंह ने बताया कि सुरक्षा बलों ने आतंकवादी मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया है और छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने कहा कि जांच जारी है और सभी आरोपियों को बख्शा नहीं जाएगा।


उन्होंने यह भी कहा कि हमारी एजेंसियों ने बड़ी मात्रा में आपत्तिजनक सामग्री जब्त की है, जो आतंकवादियों की गिरफ्तारी में मददगार साबित हुई है।


फरीदाबाद में आतंकवादी मॉड्यूल की जांच

फरीदाबाद क्राइम ब्रांच की टीम ने रविवार को फरीदाबाद आतंकी मॉड्यूल से जुड़े सत्यापन अभियान के तहत एक युवक को अल-फलाह विश्वविद्यालय ले जाकर पूछताछ की। मामले की जांच अभी भी जारी है।