कृषि मंत्री ने पौधा किस्म संरक्षण पुरस्कार समारोह में किसानों को सम्मानित किया
पौधा किस्म संरक्षण दिवस का आयोजन
नई दिल्ली। केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज पूसा, दिल्ली में पौधा किस्म एवं कृषक अधिकार संरक्षण प्राधिकरण (PPV&FRA) के स्थापना दिवस समारोह में भाग लिया। इस अवसर पर उन्होंने ‘प्लांट जीनोम सेवियर अवार्ड’ के तहत देशभर के किसानों और संस्थानों को जैव विविधता संरक्षण, परंपरागत ज्ञान और नवाचार के लिए सम्मानित किया। कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारत में कई फसल किस्में बरसों पुरानी हैं और पोषण के लिए अत्यंत उपयुक्त हैं। उन्होंने कहा कि इन किस्मों का संरक्षण हमारे मेहनती किसानों ने किया है, इसके लिए उनका अभिनंदन करना चाहिए।
उन्होंने बीज के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि बीज हमारा मौलिक अधिकार है और इसके बिना खेती संभव नहीं है। साथ ही नए और पुराने बीज की किस्मों में संतुलन बनाए रखना आवश्यक है। शिवराज सिंह ने पौधा किस्म एवं कृषक अधिकार संरक्षण अधिनियम को साधारण कानून नहीं बताते हुए कहा कि यह कानून किसानों के अधिकारों की रक्षा के लिए अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने छोटे किसानों और स्वदेशी ब्रीडर का मनोबल बढ़ाने, नियमों को सरल बनाने और अन्य कानूनों के साथ समन्वय करने पर भी जोर दिया।
कार्यक्रम में देशभर के प्रगतिशील किसानों और संस्थानों को पादप जीनोम संरक्षक पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इनमें तमिलनाडु के ईश्वरी कॉ.ऑपरेटिव, पश्चिम बंगाल के संथाली कृषक समुदाय, मणिपुर के पी. देवकांता, राजस्थान के महावीर सिंह आर्य, उत्तर प्रदेश के जय प्रकाश सिंह, हिमाचल प्रदेश के रोशन लाल शर्मा, गुजरात के संदीप ब्रह्म भट्ट, महाराष्ट्र के सुनील महादू कमाड़ी, कर्नाटक के शंकर लंगती और केरल के सीबी जॉर्ज शामिल हैं। कार्यक्रम में केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री रामनाथ ठाकुर, केंद्रीय कृषि सचिव डॉ. देवेश चतुर्वेदी, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के महानिदेशक डॉ. मांगीलाल जाट, PPV&FRA के चेयरमैन डॉ. त्रिलोचन महापात्रा सहित अनेक प्रगतिशील किसान और वैज्ञानिक उपस्थित थे।