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कीड़ा जड़ी: शिलाजीत से भी अधिक शक्तिशाली जड़ी-बूटी

इस लेख में हम आपको कीड़ा जड़ी के बारे में बताएंगे, जो शिलाजीत से भी अधिक शक्तिशाली मानी जाती है। इसकी कीमत, उपयोग और स्वास्थ्य लाभ के बारे में जानकर आप चौंक जाएंगे। यह जड़ी-बूटी न केवल ताकत बढ़ाने में मदद करती है, बल्कि कैंसर से बचाव में भी प्रभावी है। जानें इसके बारे में और कैसे यह आपके जीवन को बदल सकती है।
 

शिलाजीत से अधिक ताकतवर जड़ी-बूटी


Power Like Shilajit: शिलाजीत के स्थान पर एक विशेष लकड़ी आपको घोड़े जैसी ताकत दे सकती है, जिससे आपकी पत्नी भी खुश हो जाएगी। आजकल, लगातार बढ़ते तनाव और खराब जीवनशैली के कारण लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती जा रही है, और इसी कारण बाजार में महंगे सप्लीमेंट्स की भरमार हो गई है।


वर्तमान में, बाजार में कई प्रकार के ताकत बढ़ाने वाले सप्लीमेंट्स उपलब्ध हैं, जो महंगे तो हैं, लेकिन उनका प्रभाव सीमित होता है। कई लोग ताकत बढ़ाने के लिए शिलाजीत का सेवन करते हैं, लेकिन असली और नकली शिलाजीत की पहचान करना मुश्किल है। आज हम आपको एक ऐसी जड़ी-बूटी के बारे में बताएंगे, जो शिलाजीत से भी अधिक प्रभावशाली है और इसे खाने से घोड़े जैसी ताकत मिलती है।


शिलाजीत से भी ज़्यादा शक्तिशाली


पहाड़ों में पाई जाने वाली कई जड़ी-बूटियों का महत्व है, और शिलाजीत भी इन्हीं में से एक है। यह बहुत कम मात्रा में उपलब्ध होता है और इसकी मांग बहुत अधिक है, जिससे असली शिलाजीत प्राप्त करना कठिन हो जाता है। पहाड़ों में एक ऐसी जड़ी-बूटी है, जिसे कीड़ा जड़ी कहा जाता है, और यह शिलाजीत से कई गुना अधिक शक्तिशाली मानी जाती है। इसे हिमालयन वियाग्रा भी कहा जाता है।


कहां पाई जाती है ये लकड़ी?


कीड़ा जड़ी को कैटरपिलर फंगस के नाम से भी जाना जाता है, और इसका वैज्ञानिक नाम ओफियोकॉर्डिसेप्स साइनेंसिस है। यह जड़ी-बूटी कीड़े जैसी दिखती है, इसलिए इसे भारत में कीड़ा जड़ी कहा जाता है। यह दुर्गम पहाड़ों में पाई जाती है, खासकर उत्तराखंड में, जहां लोग इसका अधिक उपयोग करते हैं। इसकी तस्करी के कारण भारत में इसकी बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया गया है, और इसके लिए लाइसेंस लेना अनिवार्य है। यह नेपाल, भूटान, तिब्बत और चीन में भी पाई जाती है।


कीमत जानकर उड़ेंगे होश


कीड़ा जड़ी की कीमत सुनकर आप चौंक जाएंगे। एक किलो कीड़ा जड़ी की कीमत 12 से 20 लाख रुपये तक हो सकती है, और विभिन्न बाजारों में इसकी कीमतें भिन्न होती हैं। पूरे एशिया में इसका बाजार सैकड़ों करोड़ रुपये का है।


किन चीजों में होता है इस्तेमाल


इसका मुख्य उपयोग स्टेमिना बढ़ाने के लिए किया जाता है, और चीन इसे अपने एथलीटों को सप्लीमेंट के रूप में देता है। इसके अलावा, इसे यौन शक्ति बढ़ाने और कैंसर से बचाव के लिए भी प्रभावी माना जाता है। यह कैंसर कोशिकाओं की वृद्धि को रोकने में मदद करती है और रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में भी सहायक होती है।