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किसानों के लिए मशरूम खेती को बढ़ावा देने की नई योजना

राज्य सरकार ने किसानों के लिए मशरूम खेती को बढ़ावा देने के लिए एक नई योजना की शुरुआत की है। इस योजना के तहत मशरूम अवयवों के लिए ऑनलाइन आवेदन आमंत्रित किए गए हैं। किसानों को विभिन्न प्रकार की मशरूम किट पर अनुदान मिलेगा, जिससे वे अधिक लाभ कमा सकेंगे। योजना का लाभ पहले आओ पहले पाओ के आधार पर दिया जाएगा। जानें इस योजना के तहत कैसे आवेदन करें और क्या-क्या लाभ मिलेंगे।
 

राज्य सरकार की नई पहल

राज्य सरकार किसानों को अधिक लाभ पहुंचाने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। मशरूम की खेती को प्रोत्साहित करना इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। कृषि विभाग ने 2025-26 के लिए मशरूम अवयवों (जैसे मशरूम किट और मशरूम हट) की योजना के तहत ऑनलाइन आवेदन आमंत्रित किए हैं। इस योजना का लाभ उठाने के लिए जल्द से जल्द आवेदन करना आवश्यक है, क्योंकि यह पहले आओ पहले पाओ के आधार पर दिया जाएगा.


मशरूम किट पर अनुदान

मशरूम उत्पादन के लिए विभिन्न प्रकार की किट जैसे पैडी/ओयेस्टर, बटन मशरूम किट, बकेट मशरूम किट और झोपड़ी निर्माण पर अनुदान प्रदान किया जा रहा है। पैडी/ओयेस्टर मशरूम किट की लागत 75 रुपये प्रति किट है, जिस पर किसानों को 90 प्रतिशत यानी 67.50 रुपये का अनुदान मिलेगा। वहीं, बटन मशरूम किट की लागत 90 रुपये प्रति किट है, जिस पर किसानों को 90 प्रतिशत यानी 81 रुपये का अनुदान दिया जाएगा। प्रत्येक किसान को न्यूनतम 25 और अधिकतम 100 किट का लाभ मिलेगा.


बकेट मशरूम किट पर अनुदान

बकेट मशरूम किट की लागत 300 रुपये प्रति किट है, जिस पर किसानों को 90 प्रतिशत यानी 270 रुपये का अनुदान मिलेगा। इस योजना के तहत प्रत्येक किसान को न्यूनतम 2 और अधिकतम 10 किट का लाभ दिया जाएगा। पैडी/ओयेस्टर या बटन मशरूम किट के लाभार्थी भी इस योजना का लाभ उठा सकते हैं.


झोपड़ी निर्माण के लिए अनुदान

किसानों को मशरूम उत्पादन के लिए झोपड़ी निर्माण पर भी अनुदान दिया जा रहा है। झोपड़ी निर्माण की लागत 1,79,500 रुपये है, जिस पर किसानों को 50 प्रतिशत यानी 89,750 रुपये का अनुदान मिलेगा। प्रत्येक किसान को अधिकतम 1 झोपड़ी का लाभ दिया जाएगा। इस योजना के तहत 1,500 वर्गफीट में झोपड़ी का निर्माण करना अनिवार्य है, और इसके साथ सभी घटक जैसे स्ट्रॉ, स्पॉन, पॉली बैग, टूल्स और अन्य सामग्री लेना आवश्यक होगा.