किरन रिजिजू का 54वां जन्मदिन: एक राजनीतिक यात्रा की कहानी
जन्मदिन की शुभकामनाएं
भारतीय नेता और भारतीय जनता पार्टी के सदस्य किरेन रिजिजू आज, 19 नवंबर को अपने 54वें जन्मदिन का जश्न मना रहे हैं। उन्होंने अपने राजनीतिक करियर में कई महत्वपूर्ण पदों का कार्यभार संभाला है। वह युवा मामलों और खेल मंत्री रह चुके हैं, साथ ही कानून और न्याय मंत्री, पृथ्वी विज्ञान और खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री के रूप में भी कार्य किया है। वर्तमान में, किरेन रिजिजू अल्पसंख्यक कल्याण मंत्रालय का नेतृत्व कर रहे हैं। आइए उनके जन्मदिन के अवसर पर उनके जीवन से जुड़ी कुछ दिलचस्प जानकारियों पर नजर डालते हैं।
परिवार और प्रारंभिक जीवन
किरेन रिजिजू का जन्म 19 नवंबर को अरुणाचल प्रदेश के पश्चिम कामेंग जिले में हुआ। वह एक राजनीतिक परिवार से आते हैं, उनके पिता प्रदेश के पहले प्रो-टर्म स्पीकर रहे हैं, जिन्होंने पहली राज्य विधानसभा के सदस्यों को शपथ दिलाई थी। किरेन ने दिल्ली विश्वविद्यालय के हंसराज कॉलेज से स्नातक की डिग्री प्राप्त की और 1998 में दिल्ली विश्वविद्यालय के विधि संकाय से कानून की डिग्री हासिल की। इसके अलावा, उन्होंने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय से अंतर्राष्ट्रीय संबंध में मास्टर डिग्री भी प्राप्त की।
राजनीतिक करियर की शुरुआत
किरेन रिजिजू ने 2004 में अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की। उस समय वह भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए और सक्रिय रूप से काम करने लगे। उन्होंने पहली बार भाजपा के टिकट पर अरुणाचल पश्चिम लोकसभा सीट से 14वीं लोकसभा के लिए चुनाव लड़ा और जीत हासिल की। इस कार्यकाल के दौरान उन्होंने अपने निर्वाचन क्षेत्र में काफी पहचान बनाई, हालांकि 2009 में वह लोकसभा चुनाव हार गए।
कांग्रेस में शामिल होना और वापसी
इसके बाद, उन्होंने भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल होने का निर्णय लिया और पूर्व मुख्यमंत्री दोरजी खांडू के सलाहकार के रूप में कार्य किया। लेकिन बाद में वह भाजपा में वापस लौट आए, जिससे उनके राजनीतिक जीवन में एक नया अध्याय शुरू हुआ। 2014 में उन्होंने लोकसभा चुनाव लड़ा और जीत हासिल की, पीएम मोदी की 'लुक ईस्ट पॉलिसी' को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। 2019 में उन्होंने फिर से चुनाव जीतकर संसद में वापसी की।
कानून मंत्री के रूप में कार्यकाल
2021 में किरेन रिजिजू को कानून मंत्री नियुक्त किया गया और उन्होंने मई 2023 तक इस पद पर कार्य किया। हाल ही में, 2024 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने एक बार फिर अरुणाचल पश्चिम निर्वाचन क्षेत्र से जीत हासिल की है।