कार्तिक स्नान तिथियाँ 2025: महत्वपूर्ण दिन और स्नान का महत्व
कार्तिक महीने की शुरुआत
कार्तिक स्नान तिथियाँ 2025: कार्तिक का महीना बुधवार, 8 अक्टूबर से शुरू होगा, जो कि कार्तिक का दूसरा दिन है। यह महीना हिंदी कैलेंडर का आठवां महीना है। इस महीने स्नान और दान करने से पुण्य मिलता है और पापों का नाश होता है। इस दौरान स्नान करने से भगवान विष्णु का आशीर्वाद प्राप्त होता है। इसलिए, लोग तीर्थ स्थलों या पवित्र नदियों में स्नान करने और दान करने के लिए जाते हैं। आइए जानते हैं कार्तिक महीने में स्नान और दान के लिए शुभ समय और तिथियाँ।
कार्तिक महीने की विशेषताएँ
कार्तिक महीने की शुरुआत हरशन योग, अश्विनी नक्षत्र और द्वितीया तिथि से होती है।
इस वर्ष, कार्तिक का महीना बुधवार, 8 अक्टूबर को कार्तिक कृष्ण पक्ष के दूसरे दिन से शुरू होगा। पहले दिन हरशन योग और अश्विनी नक्षत्र का प्रभाव रहेगा। पंचांग के अनुसार, कार्तिक कृष्ण पक्ष प्रतिपदा तिथि मंगलवार, 7 अक्टूबर को सुबह 9:16 बजे से शुरू होकर 8 अक्टूबर को सुबह 5:53 बजे तक रहेगी।
कार्तिक महीने के पहले दिन के मुहूर्त
कार्तिक महीने के पहले दिन स्नान के लिए मुहूर्त:
कार्तिक के पहले दिन स्नान का सबसे अच्छा समय ब्रह्म मुहूर्त है, जो सुबह 4:39 बजे से 5:29 बजे तक रहेगा। इस दिन अभिजीत मुहूर्त नहीं है। सूर्योदय सुबह 6:18 बजे और चंद्रमा का उदय शाम 6:39 बजे होगा। द्वितीया तिथि 9 अक्टूबर को सुबह 2:22 बजे तक रहेगी।
कार्तिक महीने में स्नान का महत्व
कार्तिक महीने में स्नान का महत्व:
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, भगवान विष्णु ने कार्तिक महीने में मत्स्य अवतार लिया था और जल में निवास किया था। इसलिए, लोग इस महीने पवित्र नदियों में स्नान करते हैं और भगवान को दान करते हैं ताकि उन्हें भगवान विष्णु का आशीर्वाद मिले और जीवन के अंत में वैकुंठ में स्थान प्राप्त हो। कार्तिक में स्नान करने से पापों का नाश होता है और पुण्य फल प्राप्त होता है।
कार्तिक महीने में स्नान के लिए महत्वपूर्ण तिथियाँ
कार्तिक महीने में स्नान के लिए तीन महत्वपूर्ण तिथियाँ हैं:
हालांकि पूरे महीने स्नान करना संभव है, लेकिन सभी के लिए यह संभव नहीं है। ऐसे में आप कार्तिक महीने में तीन विशेष दिनों पर स्नान और दान कर सकते हैं।
1. तुला संक्रांति पर स्नान: 17 अक्टूबर, शुक्रवार
कार्तिक महीने का पहला महत्वपूर्ण स्नान तुला संक्रांति के दिन 17 अक्टूबर को होगा। इस दिन सूर्य देव तुला राशि में प्रवेश करते हैं। इस दिन स्नान करें और गेहूँ, गुड़, तिल, लाल वस्त्र, लाल फूल, लाल फल, तांबा, केसर आदि का दान करें। इससे सूर्य देव का आशीर्वाद प्राप्त होगा।
2. कार्तिक अमावस्या स्नान: 21 अक्टूबर, मंगलवार
कार्तिक अमावस्या का स्नान 21 अक्टूबर को होगा। इस दिन स्नान के बाद तर्पण, श्राद्ध आदि करें। अपनी सामर्थ्यानुसार भोजन, वस्त्र आदि का दान करें।
3. कार्तिक पूर्णिमा स्नान: 5 नवंबर, बुधवार
कार्तिक पूर्णिमा के दिन स्नान करने के बाद चाँद से संबंधित वस्तुओं का दान करें, जैसे चावल, दूध, चीनी, सफेद वस्त्र, मोती, चांदी आदि।
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