कामिनी कौशल का निधन: हिंदी सिनेमा की दिग्गज अदाकारा का 98 वर्ष की आयु में निधन
कामिनी कौशल का निधन
कामिनी कौशल का निधन
हिंदी सिनेमा की दिग्गज अदाकारा कामिनी कौशल का निधन: एक दुखद समाचार सामने आया है कि प्रसिद्ध अभिनेत्री कामिनी कौशल का 98 वर्ष की आयु में निधन हो गया। उन्होंने बुधवार को अंतिम सांस ली। कामिनी कौशल उन प्रमुख अभिनेत्रियों में से थीं जिन्होंने 1940 से 1960 के दशक तक हिंदी फिल्मों में महत्वपूर्ण भूमिकाएँ निभाईं। इस दौरान उन्होंने दिलीप कुमार और देव आनंद के साथ कई रोमांटिक भूमिकाएँ कीं। उनके निधन से बॉलीवुड में शोक की लहर दौड़ गई है।
98 वर्ष की आयु में जीवन का सफर समाप्त
कामिनी कौशल के निधन की पुष्टि करते हुए उनके परिवार ने प्राइवेसी बनाए रखने की अपील की है। उनका परिवार हमेशा से मीडिया की नजरों से दूर रहा है। कामिनी कौशल ने अपने अद्वितीय अभिनय से फिल्म उद्योग में एक अमिट छाप छोड़ी है। उन्होंने 1946 से 1963 तक लीड एक्ट्रेस के रूप में काम किया और वर्तमान में वे सबसे उम्रदराज अभिनेत्रियों में से एक थीं।
प्रमुख फिल्मों में योगदान
कामिनी कौशल ने अपने करियर में कई बेहतरीन फिल्में कीं। उन्हें ‘दो भाई’ (1947), ‘शहीद’ (1948), ‘ज़िद्दी’ (1948) और ‘नदिया के पार’ (1948) जैसी फिल्मों में मुख्य अभिनेत्री के रूप में पहचान मिली। दिलीप कुमार के साथ उनकी जोड़ी को दर्शकों ने बहुत पसंद किया। फिल्म ‘नाइट क्लब’ (1958) और मुंशी प्रेमचंद के उपन्यास पर आधारित ‘गोदान’ (1963) में उनके अभिनय को उनके करियर की बेहतरीन प्रस्तुतियों में से एक माना जाता है।
1963 के बाद का करियर
1963 के बाद, कामिनी कौशल ने लीड एक्ट्रेस की भूमिकाएँ छोड़कर चरित्र भूमिकाएँ निभाना शुरू किया। इन भूमिकाओं में भी उन्हें सफलता मिली, विशेषकर ‘शहीद’ (1965) में उनकी भूमिका को समीक्षकों ने सराहा। इसके अलावा, उन्हें ‘दो रास्ते’ (1969), ‘प्रेम नगर’ (1974), ‘महा चोर’ (1976) और ‘अनहोनी’ (1973) जैसी फिल्मों में भी देखा गया। कामिनी कौशल के निधन से हिंदी सिनेमा के एक महत्वपूर्ण अध्याय का अंत हो गया है। उनकी अदाकारी और फिल्मी सफर को हमेशा याद किया जाएगा.