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कानपुर में चश्मदीद गवाह का अपहरण और हत्या का मामला

कानपुर जिले में एक चश्मदीद गवाह का अपहरण कर हत्या कर दी गई है। मृतक, विमल गौतम, एक जानलेवा हमले के मामले में मुख्य गवाह थे। उनके बेटे ने आरोप लगाया है कि यह अपहरण गवाही देने से रोकने के लिए किया गया। पुलिस ने शव को बरामद कर लिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है। जानें इस घटना के बारे में और अधिक जानकारी।
 

कानपुर में चश्मदीद गवाह की हत्या

कानपुर जिले में एक व्यक्ति, जो एक जानलेवा हमले का चश्मदीद गवाह था, का अपहरण कर हत्या कर दी गई। पुलिस ने शुक्रवार को इस घटना की जानकारी दी।


पुलिस के अनुसार, मृतक की पहचान 50 वर्षीय ट्रैक्टर चालक विमल गौतम के रूप में हुई है, जिसका अपहरण बुधवार को किया गया था। बिनगवां गांव से उसका अपहरण किया गया और शुक्रवार सुबह उसका शव पनकी नहर से बरामद हुआ।


सहायक पुलिस आयुक्त (घाटनपुर) कृष्णकांत यादव ने बताया कि मृतक के चेहरे और सिर पर चोट के निशान हैं, जिससे यह प्रतीत होता है कि उसे नहर में फेंकने से पहले हथौड़े से मारा गया होगा।


उन्होंने कहा कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। विमल के बेटे, शिवम गौतम ने शुक्रवार को मीडिया से कहा कि परिवार ने अपने पिता की तलाश शुरू की, लेकिन उनका कोई पता नहीं चला। इसके बाद उन्होंने स्थानीय पुलिस से संपर्क किया।


शिवम ने पुलिस को बताया कि उसके पिता एक जानलेवा हमले के मामले में मुख्य गवाह थे और उन्हें 12 जुलाई को इरफान नामक व्यक्ति के पिता जाकिर के खिलाफ गवाही देनी थी। शिवम ने आरोप लगाया कि उनके पिता का अपहरण गवाही देने से रोकने के उद्देश्य से किया गया था।