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कांग्रेस विधायक सतीश सैल पर ED की कार्रवाई, 21 करोड़ की संपत्ति अटैच

प्रवर्तन निदेशालय ने कांग्रेस विधायक सतीश सैल के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में बड़ी कार्रवाई की है। ईडी ने उनकी और उनके सहयोगियों की 21 करोड़ रुपये की संपत्ति को अटैच किया है। यह कार्रवाई अवैध लौह अयस्क के निर्यात से जुड़ी है। जांच में कई महत्वपूर्ण खुलासे हुए हैं, जिसमें सतीश सैल का नाम भी शामिल है। जानें इस मामले में और क्या हुआ है और ईडी की अन्य कार्रवाइयों के बारे में।
 

कांग्रेस विधायक सतीश सैल पर ED का बड़ा एक्शन

कांग्रेस विधायक सतीश सैल

प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में एक महत्वपूर्ण कार्रवाई की है। ईडी ने कांग्रेस विधायक सतीश कृष्ण सैल और उनके सहयोगियों की 21 करोड़ रुपये की संपत्ति को अटैच किया है। यह कार्रवाई अवैध लौह अयस्क के निर्यात से संबंधित है, जिसमें कई महत्वपूर्ण खुलासे हुए हैं।

जांच में यह सामने आया है कि सतीश सैल, जो श्री मल्लिकार्जुन शिपिंग प्राइवेट लिमिटेड (SMSPL) के प्रबंध निदेशक हैं, ने 2010 में बेलेकेरी पोर्ट से बिना अनुमति के बड़ी मात्रा में लौह अयस्क खरीदी और उसे चीन भेजा। इसके लिए उन्होंने हॉन्गकॉन्ग में एक फर्जी कंपनी स्थापित कर मनी लॉन्ड्रिंग की।

सतीश सैल के ठिकानों पर छापेमारी

जांच एजेंसियों ने पहले भी सतीश सैल के 15 ठिकानों पर छापेमारी की थी, जिसमें 8 करोड़ रुपये की नकदी और सोना बरामद किया गया था। बाद में उन्हें मिली मेडिकल बेल को अदालत ने 7 नवंबर 2025 को रद्द कर दिया। अटैच की गई संपत्तियों में गोवा के मुरगांव में खुली जमीन, कृषि भूमि और वास्को द गामा में स्थित वाणिज्यिक इमारत शामिल हैं, जिनकी कुल बाजार कीमत लगभग 64 करोड़ रुपये है।

PFI की संपत्तियों पर भी ED की कार्रवाई

एक अन्य कार्रवाई में, प्रवर्तन निदेशालय ने पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) से जुड़ी 8 अचल संपत्तियों को अटैच किया है, जिनकी कीमत लगभग 67.03 करोड़ रुपये है। ये संपत्तियां विभिन्न ट्रस्टों और PFI के राजनीतिक संगठन सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (SDPI) के नाम पर दर्ज थीं।

जांच में नए खुलासे

ईडी की जांच के अनुसार, PFI और SDPI ने देश और विदेश, विशेषकर गल्फ देशों से चंदा, हवाला और दान के माध्यम से धन जुटाया। यह धन देश में हिंसक और आतंकवादी गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए इस्तेमाल किया गया। अब तक 131 करोड़ रुपये की अवैध कमाई का पता चला है।

ईडी ने अब तक PFI और SDPI के 28 नेताओं और सदस्यों को गिरफ्तार किया है, जिनमें एसडीपीआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष एम.के. फैज़ी भी शामिल हैं। आरोप है कि PFI अपने सदस्यों को हथियार चलाने और शारीरिक प्रशिक्षण के माध्यम से जिहादी एजेंडा के लिए तैयार कर रहा था। इससे पहले, ईडी ने PFI की लगभग 62 करोड़ रुपये की संपत्तियां पहले ही अटैच की थीं। अब कुल मिलाकर इस मामले में अटैच संपत्तियों की कीमत 129 करोड़ रुपये तक पहुंच गई है।