कांग्रेस में चिदंबरम की टिप्पणी पर विवाद, पार्टी नेतृत्व की नाराजगी
वरिष्ठ कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम की 1984 के ऑपरेशन ब्लू स्टार पर की गई टिप्पणी ने पार्टी में विवाद खड़ा कर दिया है। उनके बयान पर पार्टी के भीतर तीखी प्रतिक्रिया देखने को मिली है, खासकर राशिद अल्वी द्वारा उठाए गए सवालों के बाद। अल्वी ने चिदंबरम के बयान को भाजपा के विचारों के समान बताते हुए उन पर दबाव की आशंका भी जताई। कांग्रेस आलाकमान ने चिदंबरम के बयान को अनुचित करार दिया है, जिससे पार्टी को शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा है। जानें इस मुद्दे पर और क्या कहा गया।
Oct 12, 2025, 15:25 IST
चिदंबरम की टिप्पणी पर पार्टी में हलचल
वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री पी. चिदंबरम ने 1984 के ऑपरेशन ब्लू स्टार को 'गलत तरीका' करार दिया है, जिससे पार्टी में तीखी प्रतिक्रिया देखने को मिली है। सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस नेतृत्व इस बयान से असंतुष्ट है।
राशिद अल्वी ने उठाए गंभीर सवाल
चिदंबरम की टिप्पणी पर उनके पार्टी सहयोगी राशिद अल्वी ने सार्वजनिक रूप से सवाल उठाए हैं। अल्वी ने कहा कि चिदंबरम का बयान भाजपा के विचारों के समान है और उन्होंने चिदंबरम पर लंबित आपराधिक मामलों के कारण दबाव की आशंका व्यक्त की।
अल्वी ने कहा, 'ऑपरेशन ब्लू स्टार के सही या गलत होने पर बहस हो सकती है, लेकिन 50 साल बाद कांग्रेस पार्टी और इंदिरा गांधी पर हमला करने की क्या आवश्यकता थी? चिदंबरम वही कर रहे हैं जो भाजपा और प्रधानमंत्री करते हैं। यह दुर्भाग्यपूर्ण है।'
उन्होंने आगे कहा, 'चिदंबरम जी के बार-बार कांग्रेस पर हमले कई संदेह पैदा कर रहे हैं। उनके खिलाफ आपराधिक मामले अभी भी लंबित हैं। मुझे आश्चर्य है कि क्या उन पर कांग्रेस पर हमला जारी रखने का कोई दबाव है? पिछले 11 वर्षों में भाजपा की कमियों को उजागर करने के बजाय चिदंबरम ऐसा क्यों कर रहे हैं?'
कांग्रेस आलाकमान की प्रतिक्रिया
पार्टी के एक शीर्ष सूत्र ने चिदंबरम के बयान को 'अनुचित' बताते हुए कहा कि इससे पार्टी को शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा है। उन्होंने कहा, 'कांग्रेस आलाकमान से लेकर आम कार्यकर्ता तक, सभी परेशान हैं। एक वरिष्ठ नेता को सोच-समझकर बोलना चाहिए। बार-बार ऐसे बयान देना ठीक नहीं है जिससे पार्टी को शर्मिंदगी उठानी पड़े।'
चिदंबरम का बयान
चिदंबरम ने हिमाचल प्रदेश के कसौली में खुशवंत सिंह साहित्य महोत्सव के दौरान पत्रकार हरिंदर बावेजा की पुस्तक 'दे विल शूट यू, मैडम: माई लाइफ थ्रू कॉन्फ्लिक्ट' पर चर्चा करते हुए कहा था, 'ऑपरेशन ब्लू स्टार स्वर्ण मंदिर को पुनः प्राप्त करने का गलत तरीका था। गांधी ने उस गलती की कीमत अपनी जान देकर चुकाई। यह सेना, पुलिस, खुफिया विभाग और सिविल सेवाओं का निर्णय था। आप इसके लिए केवल श्रीमती गांधी को दोष नहीं दे सकते।'