कांग्रेस पार्टी को बड़ा झटका: प्रज्ञा सातव भाजपा में शामिल हो सकती हैं
कांग्रेस को संभावित नुकसान
महाराष्ट्र में आगामी नगर निगम चुनावों से पहले कांग्रेस पार्टी को एक बड़ा झटका लग सकता है। सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस की एमएलसी प्रज्ञा सातव भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल होने की योजना बना रही हैं। प्रज्ञा, दिवंगत वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पूर्व सांसद राजीव सातव की पत्नी हैं। उनके पति के निधन के बाद कांग्रेस ने उन्हें एमएलसी के रूप में नियुक्त किया था।
उनके संभावित दल-बदल को महाराष्ट्र की राजनीति में एक महत्वपूर्ण घटना माना जा रहा है, जो नगर निगम चुनावों में कांग्रेस की संभावनाओं को प्रभावित कर सकता है।
राज्य चुनाव आयोग ने हाल ही में घोषणा की कि महाराष्ट्र के 29 नगर निगमों, जिसमें बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) भी शामिल है, के चुनाव 15 जनवरी, 2026 को एक ही चरण में होंगे। मतों की गिनती और परिणामों की घोषणा 16 जनवरी को की जाएगी।
सातव दंपत्ति का राजनीतिक सफर
राजीव सातव, जो गांधी परिवार के करीबी सहयोगियों में से एक थे, का 2021 में कोविड संक्रमण के कारण निधन हो गया। कांग्रेस ने शरद रणपिसे के निधन के बाद खाली हुई विधानसभा सीट को भरने के लिए प्रज्ञा सातव को 2021 में निर्विरोध चुना था।
राजीव सातव 2014 से 2019 तक हिंगोली से सांसद रहे और 2019 के बाद कांग्रेस ने उन्हें राज्यसभा में मौका दिया। 2017 में, उन्हें गुजरात विधानसभा चुनाव की जिम्मेदारी सौंपी गई थी।
राजीव ने कांग्रेस पार्टी के भीतर अपनी एक अलग पहचान बनाई थी और वे राहुल गांधी के भरोसेमंद सहयोगियों में माने जाते थे। प्रज्ञा सातव ने 2021 में उपचुनाव में निर्विरोध चुनी गईं और 2024 के चुनावों में भी कांग्रेस की ओर से दूसरी बार विधानसभा के लिए चुनी गईं। उनका कार्यकाल 2030 तक वैध है।