कांग्रेस नेता नाना पटोले ने केंद्र सरकार पर उठाए सवाल, पहलगाम हमले का जिक्र
महाराष्ट्र कांग्रेस के नेता नाना पटोले ने केंद्र सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं, जिसमें पहलगाम हमले का जिक्र करते हुए उन्होंने सुरक्षा चुनौतियों और प्रधानमंत्री की विदेश यात्राओं पर सवाल उठाए। पटोले ने कहा कि आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई में देरी हो रही है और उन्होंने प्रधानमंत्री से स्पष्ट जवाब मांगा है। इस लेख में जानें पटोले के बयान और उनकी चिंताओं के बारे में।
Jun 11, 2025, 19:59 IST
केंद्र सरकार पर नाना पटोले का हमला
महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रमुख नेता नाना पटोले ने केंद्र सरकार को निशाने पर लिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि पहलगाम में 26 महिलाओं का सिंदूर मिटा दिया गया, लेकिन अब तक आतंकवादियों को पकड़ा नहीं गया। पटोले ने स्पष्ट किया कि व्यापार के लिए ऑपरेशन सिंदूर को रोका गया। अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने कई बार कहा है कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान को चेतावनी दी है कि यदि वे युद्ध विराम नहीं करते, तो अमेरिका उनके साथ व्यापार बंद कर देगा। उनके इशारे पर ही ऑपरेशन सिंदूर को रोका गया।
कांग्रेस नेता की चिंताएं
कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि यह स्थिति बिल्कुल बच्चों के कंप्यूटर गेम खेलने जैसी है। उन्होंने सवाल उठाया कि प्रधानमंत्री ने उन आतंकवादियों के बारे में क्यों नहीं बोला जिन्होंने हमारी बहनों का सिंदूर मिटाया? यह देशवासियों के लिए एक गंभीर सवाल है। पटोले ने ममता बनर्जी के बयान को भी चिंता का विषय बताया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री विदेश यात्रा पर जाते हैं और देश के करदाताओं की मेहनत की कमाई खर्च करते हैं। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान कोई भी देश भारत के साथ क्यों नहीं खड़ा हुआ? लोग इस पर विचार कर रहे हैं।
उन्होंने पुलवामा हमले का जिक्र करते हुए कहा कि हमें अब भी इस घटना के बारे में पूरी जानकारी नहीं है, जबकि यह 2019 में हुई थी। मोदी जी लगातार झूठ बोलते हैं, लेकिन अब ये झूठ देश के सामने नहीं चलेंगे। कांग्रेस ने बुधवार को यह भी पूछा कि क्या प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी विदेश में गए सात संसदीय प्रतिनिधिमंडलों के सदस्यों से मिलने के बाद पहलगाम घटना के बाद देश की सुरक्षा और विदेश नीति पर संसद में चर्चा करने पर सहमत होंगे। कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने कहा कि यह स्वाभाविक है कि प्रधानमंत्री उन सभी 50 सांसदों से मिलें जो 32 देशों में गए इन प्रतिनिधिमंडलों का हिस्सा थे।
सुरक्षा चुनौतियों पर चर्चा की आवश्यकता
कांग्रेस नेता ने कहा कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद जो आंतरिक और बाहरी सुरक्षा चुनौतियां सामने आई हैं, उन पर सांसदों से बात करने के बजाय नेताओं से चर्चा करनी चाहिए। दूसरा सवाल यह है कि कारगिल युद्ध के बाद हमारे पास एक समीक्षा समिति थी... क्या सिंगापुर में सीडीएस के खुलासे के बाद भी ऐसी कोई प्रक्रिया होगी? क्या कोई रिपोर्ट तैयार की जाएगी? क्या इसे संसद में पेश किया जाएगा?