कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने मोदी सरकार की कूटनीति पर उठाए सवाल
वरिष्ठ कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने मोदी सरकार की कूटनीति पर गंभीर सवाल उठाए हैं। उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ प्रधानमंत्री की दोस्ती को खोखला बताते हुए भारतीय कूटनीति की विफलता के चार महत्वपूर्ण तथ्यों का उल्लेख किया। रमेश ने कहा कि 19 जून, 2020 को चीन को दी गई क्लीन चिट का भारत को भारी खामियाजा भुगतना पड़ा है। इसके अलावा, उन्होंने ट्रंप और पाकिस्तानी सेना प्रमुख के बीच की मुलाकातों पर भी सवाल उठाए। इस लेख में रमेश के आरोपों और उनके द्वारा प्रस्तुत तथ्यों का विस्तृत विश्लेषण किया गया है।
Jul 26, 2025, 14:58 IST
कांग्रेस नेता का मोदी सरकार पर हमला
वरिष्ठ कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने शनिवार को मोदी सरकार की कूटनीति की "विफलता" पर सवाल उठाते हुए कहा कि प्रधानमंत्री की अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ की गई दोस्ती अब खोखली साबित हो रही है। रमेश ने एक्स पर लिखा कि 19 जून, 2020 को प्रधानमंत्री द्वारा चीन को दी गई क्लीन चिट का भारत को भारी खामियाजा भुगतना पड़ा है।
रमेश ने भारतीय कूटनीति की विफलता को पिछले दो महीनों में चार महत्वपूर्ण तथ्यों के माध्यम से उजागर किया। ये तथ्य प्रधानमंत्री और उनके समर्थकों के बड़े दावों की सच्चाई को दर्शाते हैं। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप ने 10 मई, 2025 से अब तक 25 बार यह दावा किया है कि उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर को रोकने के लिए व्यक्तिगत रूप से हस्तक्षेप किया। ट्रंप ने भारत और पाकिस्तान को चेतावनी दी है कि यदि युद्ध नहीं रोका गया, तो वे अमेरिका के साथ व्यापार समझौता नहीं कर पाएंगे।
इसके अलावा, रमेश ने बताया कि 10 जून, 2025 को अमेरिकी मध्य कमान के प्रमुख जनरल माइकल कुरिल्ला ने पाकिस्तान को आतंकवाद से निपटने में अमेरिका का अभूतपूर्व साझेदार बताया। ट्रंप द्वारा पाकिस्तानी सेना प्रमुख फील्ड मार्शल असीम मुनीर से व्हाइट हाउस में मुलाकात पर रमेश ने कहा कि मुनीर ने सांप्रदायिक रूप से भड़काऊ टिप्पणी की थी, जिसने पहलगाम आतंकवादी हमले की पृष्ठभूमि तैयार की थी।
रमेश ने यह भी कहा कि 18 जून, 2025 को राष्ट्रपति ट्रंप ने पाकिस्तानी सेना प्रमुख के साथ एक महत्वपूर्ण लंच मीटिंग की थी। दो महीने पहले, मुनीर की भड़काऊ टिप्पणियों ने 22 अप्रैल, 2025 को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमलों की पृष्ठभूमि तैयार की थी। उन्होंने यह भी बताया कि 25 जुलाई, 2025 को अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री इशाक डार से मुलाकात की और आतंकवाद से निपटने में पाकिस्तान की भूमिका के लिए उन्हें धन्यवाद दिया।