कांग्रेस ने मोदी की विदेश नीति पर उठाए सवाल, मणिपुर की अनदेखी का आरोप
कांग्रेस का मोदी सरकार पर हमला
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यकाल में हुई घटनाओं को लेकर कांग्रेस असंतुष्ट है। पहलगाम हमले के बाद भारत की प्रतिक्रिया, पाकिस्तान के साथ तनाव और अमेरिका का पाकिस्तान के प्रति झुकाव, जैसे मुद्दों पर कांग्रेस ने सरकार पर तीखा हमला किया। अब जब मोदी 2 से 9 जुलाई तक घाना, त्रिनिदाद और टोबैगो, अर्जेंटीना, ब्राजील और नामीबिया की यात्रा पर हैं, कांग्रेस ने उनकी विदेश नीति पर सवाल उठाए हैं।
खरगे का बयान
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने शुक्रवार को भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार की विदेश नीति को दोषपूर्ण बताते हुए कहा कि इसने भारत के चारों ओर दुश्मन पैदा कर दिए हैं। उन्होंने सामाजिक न्याय समारा भेरी में भाजपा और आरएसएस को संविधान की प्रस्तावना से समाजवादी और पंथनिरपेक्ष शब्दों को हटाने की चुनौती दी।
मणिपुर की अनदेखी
खरगे ने आरोप लगाया कि मोदी ने 42 देशों की यात्रा की है, लेकिन मणिपुर का दौरा नहीं किया, जहां हालात गंभीर हैं। उन्होंने कहा कि मोदी की विदेश नीति के कारण हमारे चारों ओर दुश्मन बन गए हैं, जिसमें चीन और पाकिस्तान शामिल हैं। नेपाल भी हमसे दूर होता जा रहा है।
आरएसएस के बयान पर प्रतिक्रिया
हाल ही में, आरएसएस से जुड़ी एक पत्रिका में दत्तात्रेय होसबाले ने संविधान की प्रस्तावना में समाजवादी और पंथनिरपेक्ष शब्दों की समीक्षा का आह्वान किया। खरगे ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कोई भी इन्हें नहीं हटा सकता। उन्होंने मोदी पर आरोप लगाया कि उन्होंने देश की अर्थव्यवस्था को चौपट किया है।
कांग्रेस का संकल्प
खरगे ने कहा कि कांग्रेस मोदी को सबक सिखाएगी और कार्यकर्ताओं से पार्टी को मजबूत करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि मोदी विदेशों में नेताओं को गले लगाते हैं, लेकिन अपने देश के लोगों और किसानों की अनदेखी करते हैं।