कांग्रेस ने ट्रंप की टिप्पणियों पर मोदी सरकार को घेरा
कांग्रेस का तीखा हमला
कांग्रेस ने शनिवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की हालिया टिप्पणियों के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार पर कड़ा प्रहार किया। ट्रंप ने 24वीं बार यह दावा किया है कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम के लिए व्यापारिक दबाव का उपयोग किया।
खोखली दोस्ती का आरोप
कांग्रेस ने अमेरिका और पाकिस्तान के बीच हालिया कूटनीतिक गतिविधियों का उल्लेख करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की ट्रंप के साथ जो 'बहुप्रचारित दोस्ती' है, वह अब 'खोखली' साबित हो चुकी है।
संघर्ष विराम की मध्यस्थता का दावा
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा कि भारतीय कूटनीति की विफलता, विशेषकर पिछले दो महीनों में, चार ठोस तथ्यों के माध्यम से स्पष्ट होती है। उन्होंने बताया कि 10 मई 2025 से अब तक, ट्रंप ने 25 बार यह दावा किया है कि उन्होंने 'ऑपरेशन सिंदूर' को रोकने के लिए हस्तक्षेप किया था।
ट्रंप की पाकिस्तान के प्रति नीतियाँ
रमेश ने कहा कि 10 जून 2025 को अमेरिका के केंद्रीय कमान के प्रमुख जनरल माइकल कुरिल्ला ने पाकिस्तान को आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में अमेरिका का 'शानदार साझेदार' बताया। इसके अलावा, 18 जून 2025 को ट्रंप ने पाकिस्तान के सेना प्रमुख फील्ड मार्शल आसिम मुनीर के साथ एक अप्रत्याशित लंच मीटिंग की।
भारत की कीमत पर खोखली दोस्ती
रमेश ने यह भी कहा कि 25 जुलाई 2025 को अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री इसहाक डार से मुलाकात की और आतंकवाद के खिलाफ साझेदारी के लिए पाकिस्तान का आभार व्यक्त किया। कांग्रेस ने यह आरोप लगाया कि मोदी द्वारा 19 जून 2020 को चीन को दी गई क्लीन चिट की भारी कीमत भारत चुका रहा है।