कांग्रेस ने आरएसएस प्रमुख के बच्चों पर बयान को लेकर उठाए सवाल
कांग्रेस का कटाक्ष
कांग्रेस पार्टी ने शनिवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत के हालिया बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए सवाल उठाया कि क्या 'हम दो, हमारे दो' केवल मोदी सरकार के लिए ही लागू होता है।
जयराम रमेश का बयान
पार्टी के महासचिव जयराम रमेश ने यह भी बताया कि कुछ भाजपा शासित राज्यों में दो से अधिक बच्चों वाले व्यक्तियों को स्थानीय चुनावों में भाग लेने और सरकारी पदों पर नियुक्ति से रोका गया है।
राज्यों में नियम
रमेश ने 'एक्स' पर साझा करते हुए कहा, 'गुजरात में जिनके दो से अधिक बच्चे हैं, उन्हें स्थानीय निकायों के चुनाव लड़ने से अयोग्य ठहराया जाता है। असम में भी ऐसे व्यक्तियों को राज्य सरकार की किसी सेवा में नियुक्त नहीं किया जा सकता।'
उत्तराखंड में भी प्रतिबंध
उन्होंने यह भी बताया कि उत्तराखंड में दो से अधिक बच्चों वाले व्यक्तियों को पंचायत चुनावों में भाग लेने से रोका गया है। रमेश ने कहा, 'आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत जल्द ही 75 वर्ष के हो जाएंगे और उन्होंने सभी भारतीय दंपत्तियों से 'हम दो, हमारे तीन' की नीति अपनाने की अपील की है।'
भागवत का बयान
उन्होंने यह भी सवाल किया कि क्या 'हम दो, हमारे दो' केवल मोदी सरकार पर लागू होगा? भागवत ने 28 अगस्त को कहा था कि जनसंख्या को नियंत्रित रखने के लिए हर भारतीय परिवार में तीन बच्चे होने चाहिए।
जनसंख्या नीति पर विचार
आरएसएस के सौ साल पूरे होने के अवसर पर आयोजित व्याख्यानमाला के अंतिम दिन प्रश्नोत्तर सत्र में भागवत ने कहा, 'किसी सभ्यता को जीवित रखने के लिए भारत की जनसंख्या नीति 2.1 का सुझाव देती है, जिसका अर्थ है तीन बच्चे। लेकिन संसाधनों का प्रबंधन भी आवश्यक है, इसलिए इसे तीन तक सीमित रखना होगा।'