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कर्नाटक सरकार में एकजुटता का संदेश, उपमुख्यमंत्री ने अफवाहों को किया खारिज

कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने शनिवार को 'नवंबर क्रांति' के तहत नेतृत्व परिवर्तन की अटकलों को खारिज करते हुए राज्य सरकार में एकजुटता की पुष्टि की। उन्होंने कहा कि मीडिया को नए नेता की तलाश करने की आवश्यकता नहीं है और केवल वही बातें महत्वपूर्ण हैं जो उन्होंने और मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कही हैं। शिवकुमार ने बेंगलुरु में प्रस्तावित टनल रोड परियोजना पर विपक्ष के साथ सहयोग की बात की और कहा कि उन्होंने निर्माण स्थल का निरीक्षण किया है। जानें इस महत्वपूर्ण राजनीतिक घटनाक्रम के बारे में और अधिक।
 

राज्य सरकार की एकजुटता पर जोर

कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने शनिवार को 'नवंबर क्रांति' के तहत नेतृत्व परिवर्तन की अटकलों को खारिज करते हुए कहा कि राज्य सरकार में पूरी तरह से एकजुटता है। उन्होंने स्पष्ट किया कि मीडिया या कांग्रेस के सदस्यों को नए नेता की तलाश करने की आवश्यकता नहीं है।


शिवकुमार ने राजनीतिक अफवाहों को नकारते हुए कहा कि केवल वही बातें महत्वपूर्ण हैं जो उन्होंने और मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कही हैं। इसके अलावा किसी और की बात का कोई महत्व नहीं है।


कांतीरवा स्टेडियम के निकट पत्रकारों से बातचीत करते हुए, उन्होंने कहा कि सरकार का ध्यान अटकलों पर नहीं, बल्कि शासन और विकास पर है। उन्होंने मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के साथ अपने समन्वय को बनाए रखने की बात की और कहा कि उनकी एकजुटता के कारण ही कांग्रेस ने 136 सीटें जीती हैं और उनकी संख्या 140 तक पहुंची है।


टनल रोड परियोजना पर विपक्ष के साथ सहयोग

बेंगलुरु में प्रस्तावित टनल रोड परियोजना के संदर्भ में, जिसका भाजपा विरोध कर रही है, शिवकुमार ने कहा कि वह विपक्ष के नेता आर. अशोक के नेतृत्व में एक समिति बनाने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि लालबाग के पास प्रवेश और निकास द्वार उनके सुझाए गए स्थान पर डिज़ाइन किए जाएंगे।


शिवकुमार ने द्विदलीय दृष्टिकोण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की और कहा कि अशोक को धरना देने की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि वह बेंगलुरु से हैं और यहां से कई बार जीत चुके हैं। समिति को सरकार को सलाह देने का कार्य सौंपा जाएगा।


टनल रोड निर्माण स्थल का निरीक्षण

शिवकुमार ने बताया कि उन्होंने शुक्रवार रात लालबाग के पास टनल रोड निर्माण स्थल का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि उन्होंने यह जानने के लिए दौरा किया कि प्रवेश द्वार कहाँ बनाए जा सकते हैं और वैकल्पिक मार्गों पर भी विचार कर रहे हैं। उन्होंने चिंता की कोई आवश्यकता नहीं होने की बात कही।