कर्नाटक में पूर्व सफाईकर्मी के सनसनीखेज आरोप: बलात्कार पीड़ितों के शवों को जलाने और दफनाने का दावा
कर्नाटक के दक्षिण कन्नड़ जिले में एक पूर्व सफाईकर्मी ने चौंकाने वाले आरोप लगाए हैं कि उसे बलात्कार पीड़ितों के शवों को जलाने और दफनाने के लिए मजबूर किया गया। उसने पुलिस से सुरक्षा की गुहार लगाई है और एक दशक बाद न्याय की मांग की है। इस मामले में कई महिलाओं और छात्राओं के शवों का जिक्र किया गया है, जिनकी हत्या 1998 से 2014 के बीच हुई थी। जानें इस गंभीर मामले की पूरी कहानी।
Jul 6, 2025, 12:59 IST
धर्मस्थल मंदिर के पूर्व सफाईकर्मी का चौंकाने वाला खुलासा
कर्नाटक के दक्षिण कन्नड़ जिले से एक गंभीर मामला सामने आया है, जहां एक पूर्व सफाईकर्मी ने धर्मस्थल मंदिर प्रशासन के साथ काम करते हुए कई चौंकाने वाले आरोप लगाए हैं। उसने कहा है कि उसे वर्षों तक बलात्कार पीड़ितों के शवों को जलाने और दफनाने के लिए मजबूर किया गया। हाल ही में, उसने स्थानीय पुलिस से संपर्क कर अपनी और अपने परिवार की सुरक्षा की मांग की है।
एक दशक बाद न्याय की मांग
एक रिपोर्ट के अनुसार, यह व्यक्ति लगभग एक दशक बाद अपराधबोध और पीड़ितों को न्याय दिलाने की इच्छा के चलते सामने आया है। उसने बताया कि ये शव कई महिलाओं और स्कूल की छात्राओं के थे, जिनकी हत्या 1998 से 2014 के बीच धर्मस्थल और उसके आस-पास की जगहों पर बलात्कार के बाद की गई थी।
पुलिस की कार्रवाई
दक्षिण कन्नड़ के पुलिस अधीक्षक अरुण के. ने बताया कि शिकायतकर्ता ने अपनी पहचान गुप्त रखने की अपील की है, और अदालत से आवश्यक अनुमति मिलने के बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।
मानव अवशेषों की तस्वीरें और खतरे की आशंका
शिकायतकर्ता का प्रतिनिधित्व कर रहे वकीलों ने पुलिस के साथ उसके बयान का विवरण साझा किया। उसने यह भी कहा कि उसने हाल ही में खोदे गए मानव अवशेषों की तस्वीरें प्रदान की हैं, जिन्हें उसने पहले दफनाया था।
उसने पुलिस से अनुरोध किया है कि उसके द्वारा दफनाए गए शवों के अवशेषों को खोदकर निकाला जाए। उसने बताया कि लगभग 11 साल पहले, वह अपने परिवार के साथ धर्मस्थल छोड़कर पड़ोसी राज्य में छिपने चला गया था। उन्हें हर दिन यह डर सताता है कि उनकी जान को भी खतरा हो सकता है।
छात्रा का शव और यौन उत्पीड़न के निशान
पूर्व सफाईकर्मी ने अपनी शिकायत में कहा कि शुरुआत में उसे लगा कि जो शव मिल रहे थे, वे आत्महत्या या डूबने से हुई मौतें थीं। लेकिन कुछ शवों पर यौन उत्पीड़न और गला घोंटने के निशान थे, जिससे उसे संदेह हुआ।
उसने एक घटना का जिक्र किया, जिसमें 2010 में एक 12 से 15 साल की लड़की का शव मिला था। वह स्कूल की यूनिफॉर्म पहने हुए थी, लेकिन उसकी स्कर्ट और अंदरूनी कपड़े गायब थे। उसके शरीर पर यौन उत्पीड़न और गला घोंटने के निशान थे।