कर्नाटक के मुख्यमंत्री की धर्मांतरण पर टिप्पणी से राजनीतिक विवाद
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने धर्मांतरण पर एक विवादास्पद टिप्पणी की है, जिसके बाद राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। उन्होंने कहा कि यदि हिंदू समुदाय में समानता होती, तो धर्म परिवर्तन की आवश्यकता नहीं होती। इस पर विपक्ष ने उन्हें निशाना बनाते हुए आरोप लगाया है कि वे जाति और धर्म के आधार पर समाज को विभाजित कर रहे हैं। इसके अलावा, शिवाजीनगर मेट्रो स्टेशन का नाम सेंट मैरी रखने के प्रस्ताव ने भी विवाद को बढ़ा दिया है। जानें इस मुद्दे पर और क्या प्रतिक्रियाएँ आई हैं।
Sep 15, 2025, 17:02 IST
धर्मांतरण पर विवादास्पद बयान
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने हाल ही में धर्मांतरण के मुद्दे पर एक विवादास्पद टिप्पणी की है। उन्होंने कहा कि यदि हिंदू समुदाय में समानता होती, तो धर्म परिवर्तन की आवश्यकता नहीं होती। इसके साथ ही, उन्होंने सवाल उठाया कि यदि समानता होती, तो अस्पृश्यता का अस्तित्व क्यों होता? उन्होंने यह भी कहा कि न तो उन्होंने और न ही भाजपा ने किसी को धर्म परिवर्तन के लिए प्रेरित किया है, लेकिन यह लोगों का व्यक्तिगत अधिकार है।
विपक्ष की प्रतिक्रिया
इस बयान के बाद विपक्ष ने मुख्यमंत्री पर आरोप लगाया है कि वे हिंदुओं को निशाना बना रहे हैं और जाति व धर्म के आधार पर समाज को विभाजित करने का प्रयास कर रहे हैं। कर्नाटक विधानसभा में विपक्ष के नेता आर अशोक ने सिद्धारमैया के बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है और उन्हें मुसलमानों के साथ समानता के मुद्दे पर सवाल उठाने की चुनौती दी है।
सेंट मैरी मेट्रो स्टेशन का नामकरण
सिद्धारमैया ने बेंगलुरु के शिवाजीनगर मेट्रो स्टेशन का नाम सेंट मैरी रखने के प्रस्ताव को स्वीकार कर विवाद को और बढ़ा दिया। सेंट मैरी बेसिलिका में वार्षिक भोज के दौरान, उन्होंने आर्कबिशप पीटर मचाडो से इस नामकरण का वादा किया था। यह प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा जाएगा और उचित प्रक्रियाओं के अनुसार कार्रवाई की जाएगी। भाजपा ने इस कदम की तीखी आलोचना की है, यह आरोप लगाते हुए कि यह कांग्रेस सरकार का राजनीतिक तुष्टिकरण है और मराठा प्रतीक छत्रपति शिवाजी महाराज का अपमान है। इस पर महाराष्ट्र से भी तीखी प्रतिक्रियाएँ आई हैं, मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इसे शिवाजी महाराज का अपमान बताया है।