करिश्मा कपूर के बच्चों का प्रॉपर्टी विवाद: दिल्ली हाई कोर्ट में सुनवाई जारी
प्रॉपर्टी विवाद का नया मोड़
90 के दशक की मशहूर अभिनेत्री करिश्मा कपूर के पूर्व पति और उद्योगपति संजय कपूर का निधन लगभग पांच महीने पहले हुआ था। उनके निधन के बाद से उनकी संपत्ति को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। यह मामला अब दिल्ली उच्च न्यायालय में पहुंच चुका है, जहां करिश्मा के बच्चों ने संजय कपूर की तीसरी पत्नी प्रिया सचदेवा कपूर पर आरोप लगाया है कि उन्होंने नकली वसीयत पेश की और संपत्ति पर कब्जा करने की कोशिश की।
बच्चों की शिक्षा का मुद्दा
हाल ही में करिश्मा के बच्चों ने अदालत में बताया कि उनकी बेटी समायरा की यूनिवर्सिटी की फीस पिछले दो महीनों से नहीं भरी गई है। समायरा अमेरिका में पढ़ाई कर रही हैं। इस पर जस्टिस ज्योति सिंह ने दोनों पक्षों को समझाते हुए कहा कि इस मामले में नाटक करने की आवश्यकता नहीं है। उन्होंने प्रिया कपूर के वकीलों को भी सलाह दी कि छोटे मुद्दों को बार-बार अदालत में लाने से बचें।
संपत्ति का मूल्य और जिम्मेदारियां
संजय कपूर की वसीयत में लगभग 30,000 करोड़ रुपये की संपत्ति शामिल होने की जानकारी है। बच्चों की ओर से सीनियर वकील महेश जेठमलानी ने अदालत में कहा कि एक पुराने विवाह अनुबंध के अनुसार, संजय कपूर बच्चों की शिक्षा और खर्चों के लिए जिम्मेदार थे। उनका आरोप है कि प्रिया कपूर ने बच्चों की संपत्ति पर नियंत्रण कर लिया है।
प्रिया कपूर का जवाब
प्रिया कपूर के वकील राजीव नायर ने अदालत में इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि प्रिया ने हमेशा बच्चों के खर्चों का ध्यान रखा है। उन्होंने यह भी कहा कि फीस न भरने का मुद्दा केवल मीडिया का ध्यान आकर्षित करने के लिए उठाया गया है। सुनवाई के दौरान, कपूर भाई-बहन ने प्रिया कपूर को उनके पिता की संपत्ति बेचने से रोकने के लिए एक अंतरिम निषेधाज्ञा की मांग की।
अगली सुनवाई का इंतजार
अगली सुनवाई अगले हफ्ते होगी, जहां दोनों पक्ष अपने तर्क प्रस्तुत करेंगे। इससे पहले, बच्चों ने प्रिया कपूर को 'सिंड्रेला स्टेपमदर' की उपाधि दी थी, यह आरोप लगाते हुए कि वह अपने फायदे के लिए बच्चों के हितों को नजरअंदाज करती हैं। प्रिया ने जवाब दिया कि बच्चों को पहले ही परिवार के ट्रस्ट से 1,900 करोड़ रुपये मिल चुके हैं।