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ओवैसी ने बिहार में अल्पसंख्यक समुदाय की स्थिति पर उठाए सवाल

असदुद्दीन ओवैसी ने बिहार के किशनगंज में वीआईपी पार्टी के मुकेश सहनी पर निशाना साधते हुए अल्पसंख्यक समुदाय की स्थिति पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि अगर एक मल्ला का बेटा उप-मुख्यमंत्री बन सकता है, तो अन्य समुदायों के लोग भी उच्च पदों पर पहुंच सकते हैं। AIMIM ने बिहार में थर्ड फ्रंट का गठन किया है और चुनावी मैदान में 32 सीटों पर लड़ाई कर रही है। जानें ओवैसी के बयान और AIMIM के चुनावी रणनीति के बारे में।
 

बिहार में ओवैसी का बयान

असदुद्दीन ओवैसी

किशनगंज, बिहार में AIMIM के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने वीआईपी पार्टी के नेता मुकेश सहनी पर तीखा हमला किया। ओवैसी ने कहा कि तेजस्वी यादव के पास बैठे मुकेश सहनी को अपने समुदाय के इतिहास पर पूरा विश्वास है। उन्होंने यह भी कहा कि मल्ला समुदाय तेजस्वी के साथ है, जो बिहार की कुल जनसंख्या का 3 प्रतिशत है।

ओवैसी ने आगे कहा कि मुकेश सहनी ने यह घोषणा की है कि यदि उन्हें सत्ता मिली, तो वे उप-मुख्यमंत्री बनेंगे। उन्होंने सवाल उठाया कि अगर एक मल्ला का बेटा उप-मुख्यमंत्री बन सकता है, तो बिहार के 17% अल्पसंख्यक समुदाय का क्या होगा? क्या वे केवल दरी बिछाने के लिए हैं? ओवैसी ने कहा कि अगर एक मल्ला का बेटा उप-मुख्यमंत्री बन सकता है, तो मोहम्मद का बेटा भी प्रधानमंत्री या मुख्यमंत्री बन सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि हमें अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने से कोई नहीं रोक सकता।

ओवैसी की पार्टी ने बिहार में थर्ड फ्रंट का गठन किया है। AIMIM ने चंद्रशेखर आजाद की आजाद समाज पार्टी और स्वामी प्रसाद मौर्य की अपनी जनता पार्टी के साथ मिलकर चुनावी मैदान में उतरी है। ग्रैंड डेमोक्रेटिक अलायंस (जीडीए) के साथ मिलकर AIMIM लगभग 32 सीटों पर चुनाव लड़ रही है, जबकि आजाद समाज पार्टी 25 और अपनी जनता पार्टी 4 सीटों पर चुनाव लड़ रही है।

यह बिहार में तीसरा प्रमुख गठबंधन है, जो NDA और महागठबंधन के अलावा अलग से चुनावी मैदान में है। ओवैसी की पार्टी ने पहले आरजेडी के साथ गठबंधन करने की कोशिश की थी, लेकिन असफल रहने के बाद थर्ड फ्रंट का गठन किया। AIMIM का ध्यान सीमांचल के क्षेत्रों जैसे किशनगंज, पूर्णिया, कटिहार, और अररिया पर है। बिहार में चुनाव 6 और 11 नवंबर को दो चरणों में होंगे, और परिणाम 14 नवंबर को घोषित किए जाएंगे। 2020 के चुनाव में AIMIM ने 20 सीटों पर चुनाव लड़ा और 5 सीटें जीतकर सफलता प्राप्त की थी.