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ओवैसी का तेजस्वी यादव पर हमला: सीमांचल की जनता का संदेश

बिहार विधानसभा चुनाव में असदुद्दीन ओवैसी ने तेजस्वी यादव पर तीखा हमला किया है। उन्होंने सीमांचल की जनता को चेतावनी दी कि वे यादव को जल्द ही जमीन पर ला देंगे। ओवैसी ने पलायन और विकास के मुद्दों पर भी बात की। जानें इस चुनावी सभा में उन्होंने क्या कहा और सीमांचल में उनकी स्थिति क्या है।
 

ओवैसी का तेजस्वी यादव पर निशाना

असदुद्दीन ओवैसी ने तेजस्वी यादव पर साधा निशाना

बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी अपने उम्मीदवारों के लिए जनसभाएं आयोजित कर रहे हैं। इस क्रम में उन्होंने राजद नेता तेजस्वी यादव पर तीखा हमला किया। ओवैसी ने कहा, 'तेजस्वी यादव, तुम आजकल आसमान में उड़ रहे हो, लेकिन सीमांचल की जनता तुम्हें जल्द ही जमीन पर ला देगी।'

रविवार को ओवैसी किशनगंज पहुंचे और वहां अपने अनोखे अंदाज में लोगों को संबोधित करते हुए कहा, 'तेजस्वी यादव, तुम आसमान में उड़ने वाले हो, लेकिन सीमांचल की जनता तुम्हें जमीन पर लाने का काम करेगी।' उन्होंने एक गांव में जाकर वहां के बच्चों की एक छोटी सी कहानी भी सुनाई और पलायन के मुद्दे पर सरकार से सवाल उठाए।


ओवैसी का आरजेडी को चुनौती

ओवैसी का आरजेडी को चैलेंज

असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि वे दूर-दराज के गांवों में गए थे, जहां आठ और सात साल के बच्चे थे। नमाज पढ़ने के बाद जब वे बाहर निकले, तो वहां की महिलाएं खड़ी थीं। गांव के युवा पलायन कर चुके हैं। बच्चों ने कहा, 'पतंग छाप।' ओवैसी ने तेजस्वी यादव को चुनौती देते हुए कहा कि अब सीमांचल में अन्याय नहीं सहा जाएगा।


विकास का वादा

ब्रिज बनवाने का किया वादा

उन्होंने आगे कहा, 'मैं आपसे वादा करता हूं कि कोचाधामन, बहादुरगंज और टेढ़ागाछ के लिए एक ब्रिज की आवश्यकता है, ताकि विशनपुर के मार्केट को लाभ मिल सके। मुझे उम्मीद है कि हमारे सरवर आलम साहब यह कार्य कराएंगे। यहां कई सड़कों की आवश्यकता है और कई कार्य बाकी हैं। जहां-जहां मजलिस चुनाव लड़ रही है, वहां विकास कार्य कराए जाएंगे।'


ओवैसी की सीमांचल में स्थिति

सीमांचल में ओवैसी की पकड़

असदुद्दीन ओवैसी के नेतृत्व में AIMIM ने 2020 में 20 सीटों पर चुनाव लड़ा और उनमें से पांच पर जीत हासिल की। इसके बाद चार विधायक राजद में शामिल हो गए, जिससे पार्टी की विश्वसनीयता को नुकसान हुआ। फिर भी, ओवैसी ने मुस्लिम युवाओं के एक वर्ग को, विशेषकर किशनगंज और अररिया में, प्रभावित किया है।