ओमर अब्दुल्ला ने विमान दुर्घटना पर शोक व्यक्त किया और ईरान पर हमलों पर वैश्विक चुप्पी की आलोचना की
जम्मू और कश्मीर के मुख्यमंत्री का बयान
जम्मू और कश्मीर के मुख्यमंत्री ओमर अब्दुल्ला ने अहमदाबाद में एक ड्रीमलाइनर विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद शोक व्यक्त किया। उन्होंने श्रीनगर में संवाददाताओं से कहा कि इस घटना में सभी यात्री और चालक दल के सदस्य जान गंवा चुके हैं, केवल एक व्यक्ति ही बचने में सफल रहा। उन्होंने कहा, "हमें अभी तक यह नहीं पता है कि क्या उस इमारत में रहने वाले किसी डॉक्टर या छात्र की भी जान गई है, जिस पर विमान गिरा। दुर्भाग्यवश, यह ड्रीमलाइनर विमान पहले कभी दुर्घटनाग्रस्त नहीं हुआ था।"
परिवारों के प्रति सहानुभूति और जांच की मांग
अब्दुल्ला ने इस घटना से प्रभावित परिवारों के प्रति अपनी सहानुभूति व्यक्त की और एक गहन जांच की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा, "हम घटना के पीड़ितों के परिवारों के साथ हैं। हमें उम्मीद है कि इस घटना की पूरी जांच की जाएगी और ऐसी त्रासदियाँ फिर से नहीं होंगी।"
ईरान पर हमलों पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय की चुप्पी
मुख्यमंत्री अब्दुल्ला ने ईरान के खिलाफ इजरायल की सैन्य कार्रवाइयों पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय की चुप्पी पर भी चिंता व्यक्त की। उन्होंने रूस के यूक्रेन पर आक्रमण के साथ इसकी तुलना की। ओमर ने कहा, "आज, इजरायल ने वही किया जो रूस ने यूक्रेन में किया। लेकिन जब इजरायल ईरान पर हमला करता है, तो ये शक्तियाँ—चाहे अमेरिका हो, यूरोप हो, या कोई और—चुप हो जाती हैं।"
सैन्य हमले का औचित्य
अब्दुल्ला ने सैन्य हमले के औचित्य पर सवाल उठाते हुए कहा, "मेरी जानकारी के अनुसार, ईरान ने हमले का कोई कारण नहीं दिया। यह एक पूर्व-emptive हमला लगता है। और अगर विश्व की शक्तियाँ इस पर चुप रहती हैं, तो यह बहुत दुखद है।"