ओड़िशा के मुख्यमंत्री का महिलाओं के खिलाफ अपराध पर बयान
मुख्यमंत्री का दावा
ओड़िशा के मुख्यमंत्री मोहन चरणा माझी ने बृहस्पतिवार को यह दावा किया कि राज्य में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार ने अपने 18 महीने के कार्यकाल में किसी भी अपराधी को राजनीतिक संरक्षण नहीं दिया है।
उन्होंने कहा कि महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराधों की घटनाओं को लेकर उन्हें गहरी चिंता है।
विधानसभा में चर्चा
माझी ने विधानसभा में गृह विभाग की अनुदान मांगों पर चर्चा के दौरान यह बात कही। उन्होंने कहा, "सदन के कई सदस्यों ने महिलाओं के खिलाफ हिंसा के मामलों पर चिंता जताई है। मैं उनकी बात से सहमत हूं। महिलाओं के खिलाफ हिंसा एक गंभीर मुद्दा है। मैं चाहता हूं कि ऐसी कोई घटना न हो। लेकिन, कुछ दुर्भाग्यपूर्ण घटनाएं हो रही हैं। फिर भी, सरकार ने ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई करने की नीति अपनाई है।"
विपक्ष की आलोचना
विपक्षी दल बीजू जनता दल (बीजेडी) और कांग्रेस ने राज्य सरकार की आलोचना करते हुए गंजाम जिले के गोपालपुर में गैंगरेप, पुरी जिले के बलीहारचंडी में एक मामले, बालासोर में यौन उत्पीड़न के कारण छात्रा की आत्मदाह और पुरी जिले के बालांगा में नाबालिग लड़की की आत्मदाह जैसी घटनाओं का उल्लेख किया।
मुख्यमंत्री का जवाब
मुख्यमंत्री ने कहा, "जो लोग आज महिलाओं की सुरक्षा के मुद्दे पर सरकार पर उंगली उठा रहे हैं, मैंने उनसे एक सीधा सवाल पूछा है कि मुझे केवल एक ऐसा मामला बताएं, जिसमें आरोपी को जानबूझकर गिरफ्तार नहीं किया गया हो या राजनीतिक संरक्षण दिया गया हो।"
माझी ने यह भी कहा कि वह ऐसे कई उदाहरण दे सकते हैं, जहां पूर्व सरकार ने आरोपियों को संरक्षण दिया था। उन्होंने स्पष्ट किया, "महिलाओं के खिलाफ हिंसा में शामिल किसी भी अपराधी को बख्शा नहीं जाएगा।"