ऑपरेशन सिंदूर पर राजनीतिक विवाद: भगवंत मान और बीजेपी के बीच तीखी नोकझोंक
ऑपरेशन सिंदूर की चर्चा और राजनीतिक प्रतिक्रियाएँ
ऑपरेशन सिंदूर, जो हाल के दिनों में चर्चा का विषय बना हुआ है, अब राजनीतिक विवाद का कारण भी बन गया है। विपक्षी दलों ने बीजेपी पर आरोप लगाया है कि वह इस अभियान का उपयोग राजनीतिक लाभ के लिए कर रही है।
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने मोदी सरकार पर हमला करते हुए कहा कि बीजेपी इस अभियान का मजाक बना रही है। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या लोग मोदी के नाम का सिंदूर लगाएंगे और क्या यह एक राष्ट्र, एक पति योजना है।
लुधियाना विधानसभा उपचुनाव में बीजेपी द्वारा ऑपरेशन सिंदूर के नाम पर वोट मांगने के संदर्भ में मान ने पत्रकारों से कहा कि बीजेपी लोगों के घरों में सिंदूर भेज रही है। उन्होंने यह भी पूछा कि क्या यह कोई वन नेशन वन हस्बैंड योजना है।
बीजेपी की प्रतिक्रिया
सीएम मान के इस बयान पर बीजेपी ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। पंजाब बीजेपी के प्रवक्ता प्रीतपाल सिंह बलियावाल ने सोशल मीडिया पर मान का वीडियो साझा करते हुए कहा कि उन्होंने सारी हदें पार कर दी हैं।
उन्होंने कहा कि मान का यह सवाल कि क्या लोग मोदी के नाम का सिंदूर लगाएंगे, बेशर्मी से भरा है। बलियावाल ने यह भी स्पष्ट किया कि हर घर में सिंदूर भेजने का कोई बीजेपी कार्यक्रम नहीं है।
प्रदीप भंडारी का बयान
बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने भी मान के बयान को शर्मनाक करार दिया। उन्होंने कहा कि मान ने ऑपरेशन सिंदूर का मजाक उड़ाकर विपक्ष का असली चेहरा दिखाया है।
भंडारी ने कहा कि यह हमारे सशस्त्र बलों का अपमान है और एक सफल सैन्य अभियान को कमतर आंकना भारत विरोधी है।
ऑपरेशन सिंदूर का उद्देश्य
ऑपरेशन सिंदूर का आरंभ 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकियों द्वारा पर्यटकों पर हमले के बाद हुआ, जिसमें 26 लोगों की जान गई थी। इसके जवाब में, भारत ने 7 मई को इस ऑपरेशन को लॉन्च किया, जिसमें भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान और पीओके में आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया। इस दौरान 100 से अधिक आतंकियों को मारा गया, जो जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिजबुल मुजाहिदीन जैसे संगठनों से जुड़े थे।