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एसटी हसन का नवरात्रि पर मांस की दुकानों को बंद करने के खिलाफ विरोध

शारदीय नवरात्रि की शुरुआत के साथ, समाजवादी पार्टी के सांसद एसटी हसन ने मांस की दुकानों को बंद करने की मांग का विरोध किया है। उन्होंने कहा कि भारत सभी का देश है और किसी को भी खाने की आदतों पर रोक लगाने का अधिकार नहीं है। हसन ने यह भी बताया कि नॉनवेज का सेवन केवल मुसलमानों तक सीमित नहीं है, बल्कि ईसाई और सिख भी इसे खाते हैं। इसके अलावा, उन्होंने फाइव स्टार होटलों में बीफ की बिक्री पर रोक लगाने की मांग की। इस मुद्दे पर राजनीतिक लाभ उठाने के आरोप भी लगाए गए हैं।
 

नवरात्रि के दौरान मांस की दुकानों पर रोक का विरोध

सोमवार से शारदीय नवरात्रि की शुरुआत हो चुकी है। इस अवसर पर समाजवादी पार्टी के सांसद एसटी हसन ने मांस की दुकानों को बंद करने की मांग का कड़ा विरोध किया है। उन्होंने कहा कि भारत सभी का देश है और किसी को भी खाने की आदतों पर रोक लगाने का अधिकार नहीं है। हसन ने आरोप लगाया कि कुछ लोग जानबूझकर हिंदू-मुस्लिम मुद्दों को भड़काकर वोटों का ध्रुवीकरण करना चाहते हैं।


उन्होंने यह भी कहा कि नवरात्रि या कांवड़ यात्रा के दौरान नॉनवेज खाने पर रोक कैसे लगाई जा सकती है। हसन ने यह स्पष्ट किया कि केवल मुसलमान ही नहीं, बल्कि ईसाई और सिख भी नॉनवेज का सेवन करते हैं। उन्होंने तर्क दिया कि कई हिंदू भी नॉनवेज खाते हैं, और यह कोई नई बात नहीं है।


फाइव स्टार होटलों में बीफ बिक्री पर रोक लगाने की मांग


एसटी हसन ने कहा कि फाइव स्टार होटलों में बीफ की बिक्री पर भी रोक लगाई जानी चाहिए। उन्होंने सवाल उठाया कि मेट्रोपॉलिटन शहरों में बीफ की बिक्री क्यों नहीं रोकी जाती। उन्होंने यह भी कहा कि भारत बीफ के निर्यात में दूसरे स्थान पर है, और गौ रक्षकों की इस पर क्या प्रतिक्रिया है।



सपा नेता ने यह भी आरोप लगाया कि धार्मिक भावनाओं का उपयोग राजनीतिक लाभ के लिए किया जा रहा है। नवरात्रि के आरंभ होते ही उत्तर प्रदेश के कई जिलों में नॉनवेज पर रोक लगाने की मांग उठ रही है। दिल्ली में भाजपा के नेताओं ने भी मांस की दुकानों को बंद करने की मांग की है।