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एशिया कप 2025 में भारत की जर्सी हो सकती है बिना स्पॉन्सर के

भारत की क्रिकेट टीम एशिया कप 2025 में एक अनोखी स्थिति का सामना कर रही है, जहां उन्हें बिना स्पॉन्सर की जर्सियों में खेलना पड़ सकता है। यह संकट ऑनलाइन गेमिंग बिल के पारित होने के कारण उत्पन्न हुआ है, जो ड्रीम11 जैसे स्पॉन्सरों को विज्ञापन करने से रोकता है। BCCI इस स्थिति से निपटने के लिए प्रयासरत है, लेकिन यदि कोई अंतिम समय में डील नहीं होती है, तो यह भारतीय क्रिकेट के लिए एक बड़ा झटका हो सकता है।
 

भारत की क्रिकेट टीम की मुश्किलें बढ़ीं

एशिया कप 2025 के शुरू होने में तीन सप्ताह से भी कम समय रह गया है, और भारतीय क्रिकेट टीम एक अनोखी और संभावित रूप से शर्मनाक स्थिति में है। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) को संभवतः बिना किसी प्रमुख स्पॉन्सर के इस टूर्नामेंट में भाग लेना पड़ सकता है, क्योंकि भारत सरकार ने ऑनलाइन जुए के प्लेटफार्मों पर कार्रवाई की है।


राज्यसभा की मंजूरी से ड्रीम11 की समस्याएं बढ़ीं

ऑनलाइन गेमिंग बिल, जिसका उद्देश्य जुए और वास्तविक पैसे के खेलों पर रोक लगाना है, लोकसभा और राज्यसभा से पारित हो चुका है और अब राष्ट्रपति की मंजूरी का इंतजार कर रहा है। यदि यह कानून बनता है, तो ड्रीम11 जैसी कंपनियों को खिलाड़ियों की जर्सियों पर विज्ञापन करने से रोका जाएगा।


BCCI की प्रतिक्रिया

BCCI के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, "हम स्थिति से अवगत हैं और संबंधित अधिकारियों और भागीदारों के संपर्क में हैं। वर्तमान में, यह कानून नहीं है। लेकिन बिल के अनुसार, पुरुषों और महिलाओं की टीमों के लिए लोगो ले जाना संभव नहीं लगता। हम कानूनी टीम के साथ चर्चा कर रहे हैं।"


नए कानून की विशेषताएँ

प्रस्तावित ऑनलाइन गेमिंग बिल का उद्देश्य:



  • सभी वास्तविक पैसे के खेलों पर प्रतिबंध लगाना, जिसमें कौशल आधारित खेल भी शामिल हैं, और उनके साथ वित्तीय लेनदेन को रोकना।

  • ऐसे प्लेटफार्मों के विज्ञापन पर रोक लगाना, उल्लंघन करने वालों को दो साल की जेल और 50 लाख रुपये तक का जुर्माना हो सकता है।

  • संशयित उल्लंघनों के लिए बिना वारंट के खोज और गिरफ्तारी का अधिकार देना।

  • गैरकानूनी खेलों के संचालन पर कठोर दंड लगाना, जो पहले अपराध पर 1 करोड़ रुपये और पुनरावृत्ति पर 2 करोड़ रुपये तक बढ़ सकता है।


बड़ी तस्वीर

BCCI के लिए यह समय और भी चुनौतीपूर्ण है। एशिया कप 2026 विश्व कप की तैयारी के लिए एक महत्वपूर्ण चरण है, और एक प्रमुख स्पॉन्सर खोने से न केवल वित्तीय नुकसान होगा बल्कि यह क्रिकेट की सबसे मूल्यवान टीमों में से एक के लिए एक दृश्य कमी भी पैदा करेगा।


यदि किसी अन्य ब्रांड के साथ अंतिम समय में कोई डील नहीं होती है, तो भारत बिना स्पॉन्सर की जर्सियों में मैदान पर उतर सकता है, जो एक पुरानी यादों की तरह होगा, लेकिन गलत कारणों से।