×

एशिया कप 2025: पाकिस्तान ने यू-टर्न लिया, अब बायकॉट की संभावना कम

भारत और पाकिस्तान के बीच हाल ही में हुए मैच ने 'नो-हैंडशेक' विवाद को जन्म दिया, जिससे पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड में नाराजगी फैल गई। हालांकि, नवीनतम रिपोर्टों के अनुसार, पाकिस्तान एशिया कप 2025 का बायकॉट करने की योजना नहीं बना रहा है। इस विवाद के चलते कई पूर्व क्रिकेटरों और प्रबंधन ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। जानें इस विवाद के पीछे की पूरी कहानी और पाकिस्तान का क्या रुख है।
 

भारत-पाकिस्तान मैच में 'नो-हैंडशेक' विवाद

भारत और पाकिस्तान के बीच हुए मैच ने 'नो-हैंडशेक' विवाद को जन्म दिया, जब भारतीय टीम ने मैच समाप्त होने के बाद पाकिस्तानी खिलाड़ियों से हाथ मिलाने से इनकार कर दिया। पाकिस्तान के मुख्य कोच माइक हेसन ने कहा कि वह और कप्तान सलमान अली आगा भारतीय क्षेत्र के पास इंतजार कर रहे थे, लेकिन सूर्यकुमार यादव और उनकी टीम वहां नहीं आई।


पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड की प्रतिक्रिया

इस स्थिति ने कई पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटरों और पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को नाराज कर दिया, जिसके चलते सलमान अली आगा ने पोस्ट-मैच प्रस्तुति में भाग नहीं लिया। इसके बाद, पीसीबी ने मैच रेफरी एंडी पायक्रॉफ्ट के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई और एशिया कप 2025 का बहिष्कार करने की धमकी दी।


आईसीसी की प्रतिक्रिया

पीसीबी ने आईसीसी को इस विवाद के बारे में बताया और रेफरी एंडी पायक्रॉफ्ट को हटाने की मांग की, जिन्होंने सलमान अली आगा को भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव से हाथ मिलाने से रोका था। आईसीसी के अनुसार, रेफरी ने भारतीय टीम की ओर से मिले निर्देशों के अनुसार कार्य किया।


पाकिस्तान का बायकॉट करने का निर्णय

हालांकि, हालिया रिपोर्टों के अनुसार, पाकिस्तान का एशिया कप 2025 का बायकॉट करना अब असंभव प्रतीत होता है। यह ध्यान देने योग्य है कि भारत और पाकिस्तान दोनों ग्रुप ए में हैं, जहां भारत पहले ही क्वालीफाई कर चुका है और पाकिस्तान क्वालीफिकेशन के करीब है। दोनों देशों के बीच फिर से 21 सितंबर को मुकाबला होने की उम्मीद है।


पाकिस्तान का आधिकारिक रुख

टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान एशिया कप 2025 का बायकॉट करने की संभावना नहीं है और टूर्नामेंट में जारी रहेगा। ईएसपीएन क्रिकइन्फो की रिपोर्ट में भी कहा गया है कि पाकिस्तान ने एंडी पायक्रॉफ्ट के खिलाफ कार्रवाई की मांग को आईसीसी द्वारा अस्वीकार किए जाने के बाद बायकॉट करने का कोई औपचारिक रुख नहीं अपनाया है।